लखनऊ: उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी (Industrial Development Minister Nand Gopal Gupta Nandi) ने अयोध्या में राम लला के प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण अस्वीकार करने पर कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि हिंदू आस्था पर चोट पहुंचाने में कांग्रेस बाबर से भी आगे निकल गई है।
आमंत्रण को ठुकराना हास्यस्पद
मंत्री नंदी ने गुरुवार को यहां जारी बयान में कहा कि यह वही कांग्रेस पार्टी है जिसने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर प्रभु श्रीराम को काल्पनिक बताया था। कांग्रेस ने ही राम मंदिर निर्माण के खिलाफ कोर्ट में वकीलों की फौज उतार दी थी और सुप्रीम कोर्ट से कहा था कि राम मंदिर पर फैसला चुनाव के बाद होना चाहिए।
औद्योगिक विकास मंत्री ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि निमंत्रण पत्र मिलने के बाद उन्होंने समारोह में शामिल नहीं होने का फैसला करने में 10-15 दिन लगा दिए और इसका कारण यह बताया कि कार्यक्रम राजनीतिक था। नंदी ने आगे कहा कि कांग्रेस नेताओं में हिम्मत होती तो पहले ही दिन मना कर देते। स्पष्ट है कि इतने लंबे समय तक चुनावी नफा-नुकसान का आकलन करते रहना और फिर चुनाव आयोजन के बहाने ऐसा करने से इनकार करना हास्यास्पद है।
कांग्रेस का दोहरा चरित्र उजागर
मंत्री नंदी ने कहा कि अपनी राजनीति चमकाने और वोट बैंक बनाने के लिए मंदिर की आड़ लेना कांग्रेस के पतन की पराकाष्ठा है। इसमें कोई संदेह नहीं कि कांग्रेस तुष्टीकरण के ढोल पर नाचने वाली कठपुतलियों का समूह है।
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औद्योगिक विकास मंत्री ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि क्या कोट के ऊपर जनेऊ पहनना राजनीतिक नहीं है? क्या टोपी पहनकर इफ्तार करना राजनीतिक नहीं है? लेकिन क्या सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार संवैधानिक तरीके से भगवान राम के मंदिर का निर्माण राजनीतिक है? यह कांग्रेस की संकीर्ण और हिंदू विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। इससे कांग्रेस का दोहरा चरित्र भी उजागर हो गया है। सनातन धर्म में आस्था रखने वाले करोड़ों हिंदुओं की आस्था पर चोट करना कांग्रेस को बहुत महंगा पड़ेगा।’
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