Prayagraj News : मेदांता लखनऊ के इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी विभाग के डायरेक्टर डॉ. पी.के. गोयल मरीजों के लिए अत्याधुनिक गै़र सर्जिकल हृदय उपचार सेवाएं प्रयागराज क्षेत्र में लेकर आए हैं। डॉ. गोयल ने 1991 में उत्तर प्रदेश की पहली एंजियोप्लास्टी की थी। “जापानी तकनीक के माध्यम से अब पूरी तरह से बंद धमनियों को भी बिना सर्जरी के खोला जा सकता है, यह मरीजों के लिए सुरक्षित और लम्बे समय के लिए असरदार है।”
विशेष कार्डियोलॉजी ओपीडी का किया शुभारंभ
यह जानकारी रविवार को एएमए सभागार में पत्रकारों से वार्ता के दौरान डॉ. गोयल ने बताया कि, मेदांता ने सिविल लाइंस स्थित वेरासिटी क्लिनिक में अपने विशेष कार्डियोलॉजी ओपीडी का शुभारम्भ किया है। यह पहल प्रयागराज और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को हृदय रोग की बेहतर उपचार सेवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक बड़ा क़दम है। अब मरीजों को बेहतर इलाज के लिए दूर जाने की ज़रूरत नहीं होगी। डॉ. गोयल ने बताया कि “सामान्य और जटिल एंजियोप्लास्टी द्वारा ब्लॉकेज हटाकर हृदय की कार्यक्षमता में सुधार किया जा सकता है।”
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Prayagraj News :डॉ. गोयल ने दी जानकारी
डॉ. गोयल ने बताया कि, हृदय में चार वॉल्व होते हैं। दो लेफ्ट व दो राइट बायां वॉल्व खराब होता है, दांया नहीं। उन्होंने कहा कि आजकल दिनचर्या एवं खानपान से हार्ट की बीमारियां हो रही हैं। उसे सुधारा जा सकता है। दीपेश कृष्ण श्रीवास्तव ने बताया कि, टीएवीआई जैसी वॉल्व रिप्लेसमेंट प्रक्रियाएं वायर तकनीकों के माध्यम से ट्रांसकैथेटर हार्ट वॉल्व को इम्प्लांट करती हैं। इस सर्जरी में पारम्परिक सर्जरी की तुलना में जोखिम कम है और मरीजों की रिकवरी भी काफ़ी तेज़ी से होती है।