Masik Shivratri 2024: ऐसा कहा जाता है कि भगवान भोलेनाथ की कृपा जिस पर बरसती है उसका कल्यान होना निश्चित है। सनातम धर्म में भगवान शिव को अनादि बताया गया है। शास्त्रों में बताया गया है कि सभी देवी देवताओं में भगवान शिव बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं यही कारण है कि उनको भोलेनाथ भी कहा जाता है। जो लोग भगवान शिव की कृपा पाना चाहते हैं कि वो मासिक शिवरात्रि को विधिवत भगवान की पूजा करें। ऐसा करने से उनके जीवन की कई समस्याएं दूर हो जाएंगी। बता दें कि भगवान शिव से जुड़े प्रमुख दिन सोमवार, प्रदोष और शिवरात्रि के है। इसके से एक मासिक शिवरात्रि है जो हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है, जो हर महीने में एक बार आती है।
मासिक शिवरात्रि के दिन जो भक्त सच्चे मन से विधि पूर्वक भगवान भोलेनाथ की पूजा करते हैं उनसे शिव जी शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं और जीवन के सभी सुख-वैभव उनकी झोली में भर देते हैं। पौष माह चल रहा है और इस माह की पहली मासिक शिवरात्रि कब है और पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है आज हम आपको इस लेख में बताने जा रहे हैं।
मासिक शिवरात्रि तिथि और शुभ मुहूर्त
साल 2024 की पहली मासिक शिवरात्रि पौष माह की 9 जनवरी 2024 को पड़ रही है। कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि प्रारंभ समय- 9 जनवरी 2024 दिन मंगलवार रात्रि 10 बजकर 24 मिनट है। कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि समाप्ति समय- 10 जनवरी 2024 दिन बुधवार रात्रि 8 बजकर 10 मिनट।
पूजा विधि
— मासिक शिवरात्रि के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान आदि करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और मासिक शिवरात्रि के व्रत का संकल्प लेते हुए भगवान शिव का ध्यान करें।
— इस दिन शिवलिंग की पूजा विशेष फलदायक मानी जाती है। इस दिन आप भोलेबाबा को प्रसन्न करने के लिए उनके शिवलिंग का पूजन अवश्य करें। शिवलिंग पर दूध से अभिषेक करें, उसके बाद दहीं, शहद, बेलपत्र, धतूरा और इत्र अर्पित करें। इन चीजों को अर्पित करने के बाद आप शिवलिंग का पुनः जल से अभिषेक करें। ऐसा करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन के सारे कष्ट दूर होते हैं।
— इस दिन शिव परिवार की पूजा करने से मां पार्वती भी अपना आशीर्वाद देती हैं। मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव के साथ मां पार्वती सहित नंदी और भगवान गणेश जी की पूजा भी करें। अगर आपके पास 5 मुखी वाली 108 दाने वाली रुद्राक्ष की माला है तो उससे 11 माला भगवान शिव के मंत्र का जाप करें। मंत्र इस प्रकार से – ऊँ नमः शिवाय। ऐसा करने से आपको जीवन में वैभव की प्राप्ति होगी।
— मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव को भोग में बर्फी अर्पित करें और उसे आस-पास में इसको वितरित करें। इसके बाद आप शिव चालीसा, शिव पुराण और शिवाष्टकम् स्त्रोत आदि का पाठ कर सकते हैं।
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