कोलकाताः पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक भर्ती धांधली मामले को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को पहली बार बयान दिया है। उन्होंने 34 वर्षों के लेफ्ट शासन के दौरान बड़े पैमाने पर नियुक्तियों में भ्रष्टाचार का दावा किया है। उन्होंने कहा है कि उनकी सरकार उन तमाम नियुक्तियों की भी फाइलें खोलेगी।
गुरुवार को तीन दिवसीय दौरे पर जंगलमहल पहुंचीं ममता बनर्जी ने दौरे के आखिरी दिन झाड़ग्राम में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि लेफ्ट शासन के दौरान चिरकुट देकर शिक्षकों की नियुक्ति हो जाती थी और चिरकुट देकर ही ट्रांसफर भी होता था। धीरे-धीरे इन तमाम नियुक्तियों के चेप्टर खोले जाएंगे। मैंने भद्रता दिखाई है तो लोग उन्हें दुर्बल समझ रहे हैं।
शिक्षक नियुक्ति मामले की सीबीआई जांच संबंधी हाई कोर्ट के आदेश का जिक्र करते हुए उन्होंने भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा समझती है कि केंद्रीय एजेंसियों के जरिए तुगलकी शासन चला सकेंगे तो ऐसा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार संवैधानिक प्रतिष्ठानों को एक-एक कर नष्ट कर रही है।
नियुक्ति में हुई बड़े पैमाने पर धांधली का बचाव करते हुए ममता ने कहा कि काम के दौरान गलतियां होती हैं। उन्हें सुधारने का मौका दिया जाना चाहिए लेकिन अगर कोई सोचता है कि बलपूर्वक तृणमूल कांग्रेस को ध्वस्त कर देगा तो ऐसा कभी नहीं होगा।
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