बीजापुरः जिला मुख्यालय के पत्रकार भवन में जिला सरपंच संघ द्वारा प्रेस वार्ता कर तीन मार्च को पूर्व मंत्री महेश गागड़ा के द्वारा ग्राम पंचायतो के सरपंचों पर मनरेगा योजना में भारी भ्रष्टाचार और गड़बड़ी के आरोप लगाया था।
आरोपों का खंडन करते हुए सरपंच संघ के अध्यक्ष जगबंधु मांझी ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में कहां की पूर्व मंत्री महेश गागड़ा से आगामी सात दिवसों के अंदर अपने बयान के लिए सभी सरपंचों के साथ जिला सरपंच संघ से माफी मांगे अन्यथा आगामी सात दिवस के बाद बीजापुर जिले के हर ग्राम पंचायत में पूर्व विधायक महेश गागड़ा का विरोध व बहिष्कार किया जायेगा । साथ ही जिला सरपंच संघ सभी राजनीतिक दलों से भी मांग करती है कि वे बिना कारण के किसी भी ग्राम पंचायतों व सरपंचों को बदनाम न करें, अन्यथा जिला सरपंच संघ उनका भी कड़ा विरोध करेगा।
सरपंच संघ के अध्यक्ष जगबंधु मांझी ने कहा कि बीजापुर जिला एक संवेदनशील जिला है । सरकारी योजनाओं को ग्रामीणों तक पंहुचाना अपने आप में एक कठिन काम है, फिर भी ग्राम पंचायतों के सरपंच अपने कार्यो को पूरी ईमानदारी से कर रहे है। उन्होने कहा कि पूर्व मंत्री ने सरपंचों पर मनरेगा योजना पर भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था, वह पूरी तरह झूठा व मनगढंत है, जिले के किसी भी पंचायत में कोई भ्रष्टाचार व गड़बड़ी नहीं हुई है।
पूर्व विधायक महेश गाागड़ा ने जिस ग्राम पंचायत का नाम लेते हुए भ्रष्टाचार का आरोप लगाए थे, उस ग्राम पंचायत तमलापल्ली की सरपंच कमला पोटाम ने कहा कि पूर्व विधायक द्वारा उनकी ग्राम पंचायत में मनरेगा के कार्यों में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए है, वह सरासर झूठ है, मेरे ग्राम पंचायत में किसी तरह का कोई भी भ्रष्टाचार नहीं किया गया है, हम हमारा कार्य पूरी ईमानदारी से कर रहे है।
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आज की प्रेस वार्ता में सरपंच संघ अध्यक्ष जगबंधु मांझी, उपाध्यक्ष बुधराम पोयामी, सरपंच जांगला सुनील उद्दे, सरपंच संगमपल्ली, सचिव सरपंच धनोरा हरिहर साहनी, सरपंच मलापल्ली कमला पोटाम, सरपंच सेमलडोडी कट्टम लक्ष्मी, सरपंच पोटेनारमुन्ना लेकाम, सरपंच कोत्तापल्ली रविन्द्र कुरश्म, सरपंच तोयनार संतोष कडती, सरपंच सेंड्रापल्ली रामैया, सरपंच धारापाल इतवारी राम तेलाम मौजूद रहे।