लखनऊः किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) जल्द ही अपनी स्वास्थ्य सेवाओं को 16 नई सुविधाओं के साथ सुदृढ़ करेगा, जिसमें उत्तर प्रदेश का पहला बोन बैंक भी शामिल होगा। यह बोन बैंक हड्डियों को एकत्रित करने, संरक्षित करने और ट्रांसप्लांट के लिए तैयार करने का काम करेगा। हड्डियां अन्य चिकित्सा उपचारों के दौरान प्राप्त की जाएंगी, बशर्ते वे संक्रमण मुक्त हों।
KGMU के 120वें स्थापना दिवस समारोह पर कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद ने कहा था कि सरकार द्वारा स्वीकृत कई परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं और उद्घाटन की प्रतीक्षा कर रही हैं।
चिकित्सा क्षेत्र और अधिक सशक्त बनेगा KGMU
इनमें 92 बेड वाला कार्डियोलॉजी आईसीयू, एक उन्नत ऑपरेटिंग यूनिट और दो कैथेटराइजेशन लैब शामिल हैं। इससे पहले लॉरी कार्डियोलॉजी विभाग में केवल 12 बेड का आईसीयू था। इसके अलावा, ऑर्थोपेडिक सुपर स्पेशियलिटी यूनिट को नई सेवाओं के साथ अपग्रेड किया गया है, जिसमें स्पाइन सेंटर, ऑर्थोप्लास्टी यूनिट, स्पोट्र्स मेडिसिन और बाल चिकित्सा ऑर्थोपेडिक्स जैसी सेवाएं एक ही इमारत में समेकित की गई हैं। ओएनजीसी और अन्य सीएसआर पहल के तहत 12 मंजिला पेशेंट रिलेटिव कॉम्बिनेशन सेंटर का निर्माण जारी है, जो 1,300 लोगों के लिए आवास की सुविधा प्रदान करेगा।
कैंसर के इलाज को मजबूत करने के लिए विश्वविद्यालय को पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन से सीएसआर के तहत 10 करोड़ रुपये के उपकरण मिले हैं। इसके साथ ही क्लीनिकल ट्रायल्स और एआई आधारित मेडिकल उपकरणों के लिए एक उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने की योजना भी चल रही है। ‘स्कूल ऑफ इंटरनेशनल बायोडिजाइन’ कार्यक्रम के तहत KGMU ने आईआईटी कानपुर और जैव प्रौद्योगिकी विभाग के साथ मिलकर पांच पेटेंटेड चिकित्सा उपकरण विकसित किए हैं, जिनका अब निर्माण शुरू हो चुका है। इसके साथ ही एक डेटा साइंस सेंटर भी स्थापित किया जा रहा है। राज्य सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और यूपी टेक्निकल सपोर्ट यूनिट के सहयोग से एक क्षेत्रीय संसाधन प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की है। ये सभी पहल KGMU को चिकित्सा क्षेत्र में और अधिक सशक्त बनाएंगी।
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पूरे हो चुके प्रोजेक्ट, जो कर रहे उद्घाटन का इंतजार
– कार्डियोलॉजी आईसीयू, जिसमें 92 बेड वाला एडवांस ऑपरेटिव यूनिट
– ऑर्थोपैडिक सुपर स्पेशियलिटी यूनिट
– उत्तर प्रदेश का पहला बोन बैंक
प्रोजेक्ट जो चालू हैं
– 1,300 लोगों को सुविधा देने वाला ओएनजीसी और अन्य सीएसआर पहल के तहत 12 मंजिला पेशेंट रिलेटिव कॉम्बिनेशन सेंटर का निर्माण जारी
– बोन मैरो ट्रांसप्लांट इंफ्रास्ट्रक्चर
– पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन से कैंसर के इलाज के लिए 10 करोड़ रुपये के उपकरण मिले, जिनका इंस्टालेशन बाकी है
– क्लीनिकल परीक्षण और एआई आधारित चिकित्सा उपकरणों के लिए उत्कृष्टता केंद्र
– डाटा साइंस सेंटर
प्रोजेक्ट जिनका प्रस्ताव है
– न्यू एडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक की मंजूरी मिल गई है
– 500 बेड वाल ट्रामा सेंटर जिसका प्रस्ताव मंजूरी के लिए सरकार को भेजा गया
– महिला स्वास्थ्य और बाल कल्याण यूनिट का प्रस्ताव भी सरकार के पास विचाराधीन है
– इसके साथ ही न्यू सर्जरी बिल्डिंग भी सरकारी मंजूरी का इंतजार कर रही है
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