मध्य प्रदेश

घने कोहरे और शीतलहर की चपेट में मध्य प्रदेश, बचाव के लिए एडवायजरी जारी

भोपाल: Madhya Pradesh में इन दिनों जबरदस्त ठंड पड़ रही है। उत्तर भारत से आ रही ठंडी हवाओं के कारण दिन में लोग ठिठुरते नजर आ रहे हैं। पिछले दो दिनों से राज्य के अधिकांश इलाकों में आसमान में बादल छाये हुए हैं और कई शहरों में हल्की बारिश से वातावरण में ठंडक घुल गयी है। गुरुवार सुबह प्रदेश भर में घना कोहरा छाया रहा और दोपहर तक ज्यादातर शहरों में सूरज के दर्शन नहीं हुए। दिन में धूप नहीं निकलने और बूंदाबांदी के कारण दिन के तापमान में गिरावट आयी है। मौसम विभाग ने अगले दो से तीन दिनों तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में बूंदाबांदी और हल्की बारिश की संभावना जताई है।

गृह विभाग ने दिए जरूरी दिशा निर्देश

इधर, भारतीय मौसम विभाग की ओर से जारी अनुमान के मुताबिक सर्दी के मौसम में राज्य के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से न्यूनतम तापमान रहने की संभावना है। अत: सभी जिला अधिकारी एवं सभी संबंधित विभाग राज्य में शीतलहर के संभावित प्रकोप को गंभीरता से लें तथा इससे होने वाली क्षति को कम करने के लिए विभागीय एवं जिला स्तर पर सभी आवश्यक कदम उठायें। इस संबंध में गृह विभाग की ओर से गुरुवार को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं। जारी निर्देश के अनुसार राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निर्देशानुसार कार्ययोजना तैयार की जाये। शीतलहर प्रबंधन के लिए प्रत्येक स्तर (जिला, तहसील, ब्लॉक, विभाग) पर एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए। भारतीय मौसम विज्ञान द्वारा जारी शीतलहर की चेतावनी को जिला कमांड एवं नियंत्रण केंद्र के माध्यम से आम जनता एवं संबंधित विभागों तक पहुंचाने के लिए आवश्यक व्यवस्था की जाए। शीतलहर से बचाव के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के संबंध में सुझावों को होर्डिंग्स एवं प्रिंट मीडिया, सोशल मीडिया, स्थानीय केबल टीवी नेटवर्क, एफएम, सामुदायिक रेडियो के माध्यम से प्रसारित करने की व्यवस्था की जाए। बेघर/प्रभावित लोगों को आश्रय गृहों में स्थानांतरित किया जाना चाहिए। यदि निराश्रित एवं बेघर व्यक्ति सड़क/मैदान पर पाए जाएं तो अलाव की व्यवस्था की जाए। कम्बलों की व्यवस्था एवं वितरण स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से कराया जाय। विद्यालयों एवं शिक्षण संस्थानों के संचालन समय एवं विद्यालयों के खुलने के समय में आवश्यकतानुसार एवं भारतीय मौसम विज्ञान द्वारा शीतलहर के संबंध में दी गयी चेतावनी के अनुरूप परिवर्तन हेतु आवश्यक आदेश जारी किये जायें। जिले में स्थित सभी सरकारी अस्पतालों में शीतलहर से प्रभावित लोगों के इलाज के लिए विशिष्ट कार्य योजना बनायी जाये।

शीतलहर के दौरान क्या करें?

जितना हो सके घर के अंदर ही रहें। ठंडी हवाओं से बचने के लिए जितना संभव हो कम यात्रा करें। अपने शरीर को सूखा रखें। अगर कपड़े गीले हो जाएं तो उन्हें तुरंत बदल लें। इससे शरीर में गर्मी बनी रहेगी। मौसम की ताज़ा जानकारी के लिए रेडियो सुनें, टीवी देखें, समाचार पत्र पढ़ें। नियमित रूप से गर्म पेय पियें। बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ख्याल रखें। यह भी पढ़ेंः-Uttarakhand Weather: ठंड में ठिठुर रहे जरूरतमंदों के लिए प्रशासन ने चलाई ये मुहिम शीतदंश के लक्षणों जैसे सुन्नता, उंगलियों, पैर की उंगलियों, कानों और नाक की नोक का सफेद या पीला पड़ने पर सतर्क हो जाएं। शीतदंश से प्रभावित क्षेत्र की मालिश न करें। इससे अधिक नुकसान हो सकता है। शीतदंश से प्रभावित शरीर के अंगों को गुनगुने पानी में डुबोएं। कंपकंपी को नज़रअंदाज न करें - यह एक महत्वपूर्ण प्रारंभिक संकेत है कि शरीर की गर्मी कम हो रही है। अगर आपको कंपकंपी महसूस हो तो तुरंत घर लौट आएं। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)