लखनऊः राजधानी लखनऊ को देश के टॉप-3 शहरों में शुमार करने की मजबूत नींव रखी जा चुकी है और अब शहर की परिवहन व्यवस्था पूरी तरह चाक-चौबंद होगी। इसके लिए जहां शहर को 9 नए फ्लाइओवरों की सौगात मिली है, वहीं आउटर रिंग रोड पर इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण इकाई लगाने की घोषणा की गयी है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार 2 अप्रैल को टेढ़ी पुलिया चौराहे पर बने फ्लाईओवर का लोकार्पण किया, साथ ही खुर्रम नगर चौराहे से सेक्टर 25 चौराहे को जोड़ने वाले फोरलेन फ्लाईओवर का भी शिलान्यास किया गया। इस दौरान रक्षामंत्री की ओर से राजधानी में 9 और फ्लाईओवर की मांग रखी गयी, जिसे सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंच से ही मंजूरी दे दी। विकासनगर मिनी स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि शहर में फ्लाईओवर और आउटर रिंग रोड सहित अन्य कार्य गडकरी और सीएम योगी के प्रयासों की देन है। उन्होंने कहा कि जल्द ही लखनऊ देश के टॉप-3 शहरों में शामिल हो जाएगा। जिस प्रकार से राजधानी में विकास की गंगा बह रही है, उससे आगामी दिनों में शहर अधिक सुंदर और संसाधन संपन्न हो जाएगा। इस मौके पर नितिन गडकरी ने कहा कि प्रदेश में वह तीन से साढ़े तीन लाख करोड़ की परियोजनाओं के जरिए सूबे की तस्वीर बदलना चाहते हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के 5 नए एक्सप्रेस-वे में से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का काम लगभग पूरा हो चुका है। वहीं बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का काम 50 फीसदी पूरा हो चुका है।
इन स्थानों पर बनेंगे फ्लाईओवर
-समतामूलक चौक पर
-कानपुर रोड से बाराबिरवा चौराहे पर
-तेलीबाग से पीजीआई तक
-इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे पर
-कुकरैल के पास से क्लीवर लीफ
-मुंशीपुलिया चौराहे से पॉलिटेक्निक चौराहे तक
-पाॅलीटेक्निक चौराहे से इंदिरा नगर को जोड़ने के लिए
-मटियारी से शहीद पथ को जोड़ने के लिए
-लखनऊ हरदोई राष्ट्रीय राजमार्ग पर आईआईएम तिराहे पर
जून 2019 में शुरू हुआ था काम
टेढ़ी पुलिया चौराहे पर फोरलेन बनाए गए 1.83 किमी लंबे फ्लाईओवर का निर्माण कार्य जून 2019 में शुरू हुआ था। इस पुल पर आवागमन शुरू हो जाने के बाद सीतापुर रोड सहित जानकीपुरम, जानकीपुरम विस्तार और सीतापुर रोड से मुंशीपुलिया के रास्ते फैजाबाद रोड जाने वाले वाहनों के लिए आवागमन आसान होगा। वहीं खुर्रम नगर से सेक्टर 25 को जोड़ने वाले फ्लाईओवर रिंग रोड पर लगने वाले जाम से छुटकारा मिल सकेगा। इन दोनों परियोजनाओं के निर्माण की लागत करीब 280 करोड़ रूपए है।
18 माह में पूरा होगा काम
खुर्रम नगर चौराहे से सेक्टर 25 तक बनने वाले फ्लाईओवर का काम 18 महीने में पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। यह फ्लाईओवर 1.711 किमी लंबा होगा। जिसकी लागत करीब 185.09 करोड़ रूपए होगी। फ्लाईओवर का पूरा काम प्रीकास्ट तकनीक पर किया जाएगा, साथ ही दोनों ओर सर्विस रोड का भी निर्माण किया जाएगा।
आधे घंटे में पहुंचेंगे लखनऊ से कानपुर
लखनऊ से कानपुर के बीच प्रस्तावित लखनऊ-कानपुर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे से लखनऊ से कानपुर की दूरी सिर्फ आधे घंटे में तय हो सकेगी। इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण आगामी से 3 से 4 माह में प्रारंभ होगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह एक्सप्रेस-वे 63 किमी लंबा और 6 लेन का होगा। इसके निर्माण की लागत करीब 4700 करोड़ रूपए होगी।
स्टील-सीमेंट पर जीएसटी माफ करे राज्य सरकार
इस दौरान कई शहरों में रिंग रोड परियोजनाओं के अटके पड़े कार्यों को पूरा करने में आ रही समस्याओं को दूर करने की पेशकश सीएम योगी से की गयी। जिस पर नितिन गडकरी ने कहा कि रिंग रोड के निर्माण के लिए भूमि अर्जन का पूरा खर्च केंद्र सरकार उठाएगी, लेकिन इसके लिए राज्य सरकार को सड़क निर्माण में इस्तेमाल होने वाले स्टील और सीमेंट पर जीएसटी माफ करना होगा, साथ ही जो एग्रीगेट हम इस्तेमाल करेंगे उस पर रॉयल्टी माफ करनी होगी। उन्होंने कहा कि इसके बाद हम प्रदेश में 25 से 30 रिंग रोड परियोजना के निर्माण की एक साथ मंजूरी दे सकेंगे।
लगेगी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण इकाई
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राजधानी में आउटर रिंग रोड पर इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण इकाई लगेगी। इस प्रोजेक्ट पर दक्षिण कोरिया की एडिशन मोटर्स कंपनी और शहर की एक कंपनी करीब 700 करोड़ रूपए का निवेश करेगी। इस मौके पर नितिन गडकरी ने कहा कि इससे 2 सालों में इलेक्ट्रिक वाहनों के दाम डीजन वाहनों के बराबर हो जाएंगी और इससे प्रदूषण में भी कमी आएगी।
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36 एकड़ में बनेगा डीआरडीओ का नया केंद्र
इस दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राजधानी में डीआरडीओ का नया केंद्र स्थापित किया जा रहा है। इसके लिए 36 एकड़ जमीन मांगी गयी है। इससे रक्षा क्षेत्र में निर्माण सामग्री व रिसर्च का काम तेज हो सकेगा। इससे युवाओं का स्किल डेवलपमेंट भी हो सकेगा। इस मौके पर नितिन गडकरी ने कहा कि अब वाहनों के लिए ऐसे फ्लेक्स इंजन बनने जा रहे हैं, जिसमें ईंधन के रूप में सौ प्रतिशत एथेनॉल का इस्तेमाल भी किया जा सकेगा। प्रदेश सरकार प्रयास करे तो उसके पास एथेनॉल आधारित दो लाख करोड़ रुपए की अर्थव्यवस्था होगी।