लखनऊः विधान भवन और लोकभवन में गुरूवार सुबह एक बार फिर से मॉक ड्रिल की गई। इस दौरान हेलिकॉप्टर से आए एनएसजी कमांडो ने मोर्चा संभाला। विधान भवन और लोकभवन के आसपास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। मॉक ड्रिल के कारण सुबह से ही वाहनों का आवागमन भी बंद कर दिया गया था। इस मॉक ड्रिल को ‘गांडीव-वी’ नाम दिया गया है।
एक पल को लगा मानो सचमुच हुआ आतंकवादी हमला
बीती रात मॉक ड्रिल के तहत लोकभवन के अंदर सात आतंकियों के होने की सूचना मिलने पर एनएसजी कमांडो ने भी मोर्चा संभाल लिया। बम विस्फोट की सूचना मिलते ही विधान भवन के आसपास भगदड़ मच गई। एनएसजी कमांडो को कार्रवाई करते देख कुछ पल के लिए ऐसा लगा कि यह सच में आतंकी हमला है, हालांकि बाद में स्थिति साफ हो गई। लोगों को पता चल गया कि यह मॉक ड्रिल है। इस मॉक ड्रिल ऑपरेशन ‘गांडीव-वी’ में कमांडो आतंकियों को मार गिराते हैं।
इन स्थानों पर भी सुरक्षा व्यवस्था को परखा
एनएसजी ने इससे पहले आलमबाग बस अड्डे, प्लासियो मॉल और लखनऊ जंक्शन के कैबवे पर मॉक ड्रिल किया। लखनऊ जंक्शन के कैबवे पर दो बम धमाकों के बीच एनएसजी कमांडो ने यात्रियों को सुरक्षित बचाया। इस दौरान बम से भरा एक लावारिस बैग सुरक्षित बरामद किया गया और उसे निष्क्रिय करने के लिए बम निरोधक दस्ते के साथ अभ्यास किया गया। मॉक ड्रिल के दौरान कमांडो द्वारा महत्वपूर्ण इमारतों के सभी प्रवेश और निकास बिंदुओं को समझा गया।
ये भी पढ़ें..UP News: दयाशंकर सिंह बोले-यात्रियों की हर सुविधा का ध्यान रखे…
ऐसा इसलिए क्योंकि अगर कहीं से भी आतंकी हमला होता है तो एनएसजी और यूपी एटीएस कमांडो उससे निपट सकें। पिछले साल भी यह मॉक ड्रिल विधानसभा से लोकभवन तक आयोजित की गई थी। इस मॉक ड्रिल में 100 एनएसजी और इतनी ही संख्या में यूपी एटीएस कमांडो ने हिस्सा लिया। यह एनएसजी के कमांडिंग ऑफिसर और आईजी एटीएस की देखरेख में किया जा रहा है। मॉक ड्रिल के दौरान एनएसजी कमांडो ने रडार, रोडो सर्विलांस कैमरे और मिनी ड्रोन जैसे आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल किया।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)