Home उत्तर प्रदेश Lucknow News: महंगी लकड़ियों से महंगे बिक रहे बांस के उत्पाद

Lucknow News: महंगी लकड़ियों से महंगे बिक रहे बांस के उत्पाद

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Lucknow News: मेला, महोत्सव और दुकानों में बांस के उत्पाद देखकर हर किसी का मन इनको खरीदने का हो जाता है, लेकिन इनके दाम साखू, सागौन और चीड़ की लकड़ियों से बने उत्पादों से भी ज्यादा हैं। कुछ लोग खरीदने के लिए यहां पहुंचते हैं, लेकिन मन मसोस कर वापस चले जाते हैं।

Lucknow News: हैंडीक्राफ्ट स्टॉल बन रहे आकर्षण का केंद्र

खादी मेला, हुनर हाट और शिल्प मेला के अलावा अन्य तमाम मेला-महोत्सवों में हाथ के बने उत्पादों की बिक्री खूब होती है। इनमें जिधर भी शिल्पकारों, बुनकरों और नक्कासी कारीगरों के हाथ से बनी वस्तुएं दिखती हैं, लोग इनकी दुकानों की ओर खिंचे चले जाते हैं। इनकी दुकानें लोगों के लिए खास आकर्षण का केन्द्र बन जाती हैं। अभी हाल में ही गोमतीनगर स्थित संस्कृत विश्वविद्यालय में खादी वस्तुओं की प्रदर्शनी लगाई गई थी।

इसमें एक से बढ़कर एक वस्तुओं की पहुंच रही। क्रॉकरी, बांस की वस्तुएं और हाथ से बने कपड़े के उत्पादों की खरीद भी खूब हुई। हैंडीक्राफ्ट स्टॉल मेले आकर्षण का केंद्र तब बन जाते हैं, जबकि बंबू आर्ट का बेहतरीन प्रोडक्ट देखने के लिए मिल जाएं। बांस से बने आकर्षक आइटम की खरीदारी वही लोग कर पा रहे हैं, जो काफी अच्छी कमाई वाले होते हैं। यहां 300 से अधिक वस्तुओं में गुलदस्ता, लैंप, बास्केट, ट्रे, कप, मग, गमले बेहद सुंदर डिजाइन के मिल जाते हैं। सरकार के लघु उद्योगों में इनके बंबू प्रोडक्ट आसानी से शामिल किए जाते हैं। इनके कारीगरों को प्रोत्साहित करने के लिए मेले और महोत्सवों के लिए आमंत्रित भी किया जाता है।

Lucknow News: कीमत ज्यादा होने से नहीं हो रही बिक्री

बांस के प्रोडक्ट घर को सजाने के लिए, गिफ्ट देने के लिए तथा इससे बनी कुछ वस्तुएं रोज इस्तेमाल के लिए भी होती हैं। बता दें कि इनकी चेयर पांच हजार रूपये के करीब मिलती है। किचन में करेंट से बचने के लिए इनके चमचे भी पहुंच में हैं। इनकी कीमत मात्र 30 रूपये है। मनी प्लांट लगाने के लिए बांस के गमले बनने लगे हैं। इनकी कीमत दो सौ रूपये, लाइट सिस्टम तीन सौ रूपये, गुलस्ते एवं सजाने की वस्तुएं एक हजार से ज्यादा की हैं। लोग इनको महंगे मानते हैं।

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इसका कारण है कि प्लास्टिक या अन्य लकड़ी के उत्पाद सस्ते साबित होते हैं। नीशू वेलफेयर फाउंडेशन की ओर से इन दिनों आशियाना क्षेत्र में महोत्सव आयोजित है। यहां भी कारीगर काफी दूर से आए हैं, लेकिन समस्या तो वही है। खरीददारों का यही कहना है कि देखने में तो बांस के उत्पाद अच्छे रहते हैं, लेकिन इनकी कीमत काफी ज्यादा है।

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