Lok Sabha Election 2024 Date, लखनऊः लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, दोनों चुनाव आयुक्तों ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ विज्ञान भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। इस बार लोकसभा चुनाव 7 चरणों में कराए जाएंगे। पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल होगी। अंतिम चरण का मतदान चार जून को होगा। जबकि चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित होंगे। तारीखों के ऐलान के साथ ही पूरे देश में आचार संहिता भी लागू हो गई।
सीईसी राजीव कुमार ने बताया कि इस लोकसभा चुनाव में 100 साल से अधिक उम्र के 2.18 लाख मतदाता हैं, जबकि 88.5 लाख दिव्यांग मतदाता हैं। इसी तरह 85 वर्ष से अधिक उम्र के कुल 82 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। लोकसभा चुनाव में कुल मतदाताओं में 49.7 करोड़ पुरुष मतदाता और 47.15 करोड़ महिला मतदाता हैं।
सात चरणों में होगा मतदान
- 19 अप्रैल पहला चरण (21 राज्यों की 102 सीटें)
- 26 अप्रैल दूसरा चरण (13 राज्यों की 89 सीटें)
- 7 मई तीसरा चरण (12 राज्यों की 94 सीटें)
- 13 मई चौथा चरण (10 राज्यों की 96 सीटें)
- 20 मई पांचवां चरण ( 8 राज्यों की 49 सीटें)
- 25 मई छठा चरण (7 राज्यों की 57 सीटें )
- 1 जून सातवां चरण (8 राज्यों की 57 सीटें)
- 4 जून को आएंगे लोकसभा चुनाव के नतीजे
बता दें कि लोकसभा का कार्यकाल 16 जून को खत्म हो रहा है और उससे पहले नई लोकसभा का गठन होना है। आंध्र प्रदेश, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और ओडिशा में विधानसभाओं का कार्यकाल जून में अलग-अलग तारीखों पर खत्म हो रहा है।
यूपी में भाजपा ने 51 उम्मीदवार किए घोषित
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सहयोगी पार्टी रालोद ने बिजनौर से चंदन चौहान और बागपत से राजकुमार सांगवान को मैदान में उतारा है। भाजपा की सहयोगी पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने घोसी लोकसभा सीट से अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। इस सीट पर डॉ. अरविंद राजभर को उम्मीदवार बनाया गया है, जो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के बेटे हैं।
पिछली बार यूपी में 62 सीटों पर खिला था कमल
वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक वीरेंद्र सिंह रावत का कहना है कि 2014 व 2019 में भाजपा को सबसे अधिक सीटें यूपी से मिलीं थीं । 2024 में भाजपा के नेता यूपी में सभी 80 सीटों का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। लेकिन विपक्ष भी गठबंधन के तहत अखाड़े में भाजपा का रास्ता रोकने की तैयारी कर रहा है। गौरतलब है कि 2019 में यूपी में भाजपा को 62 संसदीय सीटों पर कमल खिलाने में कामयाबी मिली थी।
बीजेपी के सहयोगी अपना दल (S) को दो सीटें मिली थी। सपा-बसपा गठबंधन कुछ खास कमाल नहीं कर पाया था। इस चुनाव में बसपा के खाते में जहां 10 सीटें आई थीं, वहीं सपा 5 सीटों पर ही सिमट गई थी। बाद में हुए उपचुनाव में भाजपा ने रामपुर और आजमगढ़ की सीट सपा से छीन ली थी।
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