Kolkata: महानगर कोलकाता से 200 किलोमीटर दूर मुर्शिदाबाद के जिला सरकारी अस्पताल में 24 घंटे के अंदर 10 बच्चों की मौत से हड़कंप मच गया है। स्थानीय लोगों ने डॉक्टरों पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया है, जिसके बाद जिला स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को ही जांच कमेटी गठित कर दी है। इसके बाद अस्पताल के अधिकारी बच्चों की मौत के पीछे अजीबो-गरीब वजह बताने लगे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि मरने वाले बच्चे गंभीर बीमारियों से पीड़ित थे। हालांकि लोगों का कहना है कि केवल गंभीर रूप से बीमार बच्चों को ही अस्पताल ले जाया जाता है, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में बच्चों की मौत संदेहास्पद है।
9 नवजात और एक दो साल का बच्चा शामिल
बुधवार आधी रात तक 24 घंटे की अवधि में मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में नौ नवजात शिशुओं और दो साल के एक बच्चे की मौत हो गई। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 10 बच्चों में से तीन का जन्म अस्पताल में हुआ था और सात को इलाज के लिए अन्य अस्पतालों से वहां लाया गया था।
अधिकारी ने डॉक्टरों की लापरवाही से किया इनकार
अधिकारी ने कहा कि इनमें से दो शिशु जन्म से ही हृदय रोग से पीड़ित थे, एक को न्यूरोलॉजिकल समस्याएं थीं, दो सेप्टीसीमिया से पीड़ित थे, तीन का जन्म के समय वजन कम था और एक का जन्म समय से पहले हुआ था साथ ही अन्य समस्याएं भी थीं। जब जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित समिति अपनी जांच कर रही थी, अस्पताल के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि उनमें से एक बच्चा 26 महीने का था और जन्मजात बीमारियों से पीड़ित था। हालांकि इन सभी ने डॉक्टरों की लापरवाही से इनकार किया है।
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बच्चों की मौत के बाद तीमारदारों ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए जिसके बात त्वरित कार्रवाई करते हुए कमेटी गठित की गई है। कमेटी ने जांच शुरू कर दी है जिसके बाद रिपोर्ट में ये बात साफ हो सकेगी की आखिर इतने बच्चों की एक साथ मौत कैसे हुई और इसमें जिम्मेदार कौन हैं।
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