Kedarnath Landslides, केदारनाथ: उत्तराखंड के केदारनाथ में फंसे यात्रियों का बचाव अभियान जारी है, लेकिन खराब मौसम के कारण इसमें कई बाधाएं आ रही हैं। बताया जा रहा है कि गोचर से MI17 और चिनूक हेलीकॉप्टर से बचाव अभियान चलाया जाना था, लेकिन खराब मौसम के कारण यह संभव नहीं हो पाया। अब अभियान में कुछ बदलाव किए गए हैं, ताकि यात्रियों को सुरक्षित निकाला जा सके।
रविवार को खराब मौसम के बीच MI17 हेलीकॉप्टर ने गोचर से उड़ान भरी और गुप्तकाशी चार धाम हेलीपैड पर पहुंच गया है। मौसम को ध्यान में रखते हुए केदारनाथ में फंसे श्रद्धालुओं को गुप्तकाशी से ही MI17 हेलीकॉप्टर से निकाला जाएगा। वहीं, चिनूक हेलीकॉप्टर फिलहाल गोचर में ही खड़ा है और वहीं से बचाव अभियान के लिए तैयार है। मौसम के ठीक होने का इंतजार किया जा रहा है।
खराब मौसम के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में हो रही देरी
चिनूक हेलीकॉप्टर के कैप्टन एसएस भाटी ने बताया, ‘चिनूक समेत दोनों हेलीकॉप्टर लोगों को बचाने के लिए तैयार हैं। सभी उपकरण और ग्राउंड स्टाफ तैयार है। लेकिन केदारनाथ में खराब मौसम के कारण ऑपरेशन में देरी हो रही है। हम सभी तैयार हैं। हम बस मौसम साफ होने का इंतजार कर रहे हैं।
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जैसे ही मौसम साफ होगा, हम ऑपरेशन पर जाएंगे। केदारनाथ में फंसे यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। प्रशासन ने यात्रियों से धैर्य रखने और सहयोग करने की अपील की है। स्थानीय प्रशासन और सेना के जवान भी मौके पर तैनात हैं और सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बचाव अभियान में मौसम की अहम भूमिका होती है।
हेलीकॉप्टर के उड़ान भरने के लिए मौसम का साफ होना जरूरी
हेलीकॉप्टर के उड़ान भरने के लिए मौसम का साफ होना जरूरी है, ताकि बचाव अभियान को सुरक्षित और सफलतापूर्वक अंजाम दिया जा सके। फिलहाल खराब मौसम के कारण ऑपरेशन में देरी हो रही है, लेकिन जैसे ही मौसम ठीक होगा, बचाव अभियान को तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा।
इस कठिन परिस्थिति में यात्रियों की सुरक्षा और बचाव के लिए प्रशासन और सेना के जवान पूरी मुस्तैदी के साथ तैयार हैं। उम्मीद है कि जल्द ही मौसम ठीक हो जाएगा और सभी यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया जाएगा। तब तक सभी से अपील है कि वे धैर्य बनाए रखें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
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