उत्तर प्रदेश आस्था

काशी विश्वनाथ मंदिर ने बनाया रिकॉर्ड, श्रद्धालुओं ने दिया इतने करोड़ रुपये दान

Kashi-Vishwanath-mandir

वाराणसी: काशी विश्वनाथ धाम(केवीटी) मंदिर को अप्रैल महीने में रिकॉर्ड 5.45 करोड़ रुपये का दान (donation) मिला है। पिछले साल दिसंबर में मंदिर परिसर को अपने नए अवतार में फिर से खोलने के बाद यह एक तरह का रिकॉर्ड है। मंदिर प्रशासन के अनुसार, पिछले साल मंदिर के पुनर्निमाण के बाद श्रद्धालुओं ने खुले मन से मंदिर में दान (donation) दिया है।

वाराणसी के संभागीय आयुक्त दीपक अग्रवाल ने कहा कि इससे पहले मंदिर को दक्षिण के एक व्यवसायी से 120 किलोग्राम सोना दान (donation) में मिला था, जिन्होंने अपना नाम न उजागर करने की शर्त रखी थी। विश्वनाथ धाम मंदिर के लिए दान ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन भी किया जा सकता है।

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बाबा विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की विशेष आस्था है। यहां मनोकामनाएं पूर्ण होने पर दान देने की मान्यता है। यहां देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु काशी विश्वनाथ दर्शन करने आते हैं। पिछले साल 13 दिसंबर 2021 को मंदिर के पुनर्निमाण के बाद मंदिर के दान में काफी बढ़ोतरी हुई है। अप्रैल के महीने में मंदिर में श्रद्धालुओं ने रिकार्ड दान दिया। ये दान मंदिर में आरती व प्रसाद के रूप में चढ़ाया गया है। बीते वर्षों की तुलना में मंदिर की आय में ढाई गुना बढ़ोतरी हुई है।

रानी अहिल्याबाई ने करवाया था निर्माण

काशी विश्वनाथ मंदिर के पुर्ननिमाण में रानी अहिल्याबाई व महाराजा रणजीत सिंह का योगदान महत्वपूर्ण है। 1669 में मुगलों द्वारा काशी विश्वनाथ मंदिर के नष्ट किये जाने के बाद इंदौर की रानी अहिल्याबाई ने साल 1735 में काशी विश्वनाथ मंदिर का पुनर्निमाण करवाया और महाराजा रणजीत सिंह ने 1853 में मंदिर के शिखर को सोने से मंडित करवाया। रानी अहिल्याबाई की भगवान शिव पर गहरी आस्था थी और उन्होंने मध्य प्रदेश के उज्जैन से 40 किलोमीटर दूर तराना तहसील में तिलकेश्वर मंदिर का भी निर्माण करवाया था।

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