Kanjhawala Case: अंजलि की दोस्त निधि खोलेगी मौत का राज? दिल्ली पुलिस फिर कर रही पूछताछ

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नई दिल्लीः कंझावला केस (Kanjhawala Case) गवाह और हादसे के वक्त अंजलि के साथ रही निधि को दिल्ली पुलिस पूछताछ के लिए उसके घर से ले गई है। बाहरी जिले के डीसीपी हरेन्द्र कुमार ने बताया कि अंजलि के परिवार की ओर से निधि को आरोपित बनाए जाने की मांग के चलते एक बार फिर निधि से पूछताछ कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस को मिली कुछ ताजा जानकारियों को सत्यापित करना है। सुल्तानपुरी इलाके में निधि के घर पर सुबह पुलिस की एक टीम पहुंची और उसे साथ लेकर निकली।

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इस बीच दिल्ली पुलिस ने साफ किया है कि निधि को गिरफ्तार नहीं किया गया है, उसे जांच में शामिल करने के लिए ले जाया गया है। पुलिस ने कहा कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में गवाह निधि को गिरफ्तार करने की बात कही गई है। स्पष्ट किया जाता है कि उसे पुलिस ने जांच में शामिल होने के लिए बुलाया है। उल्लेखनीय है कि पुलिस सीआरपीसी की धारा 164 के तहत निधि के बयान दर्ज करा चुकी है।

वहीं अंजलि के परिवार ने निधि पर कई सवाल उठाते हुए उसपर भी केस दर्ज करने की मांग की है। परिवार ने निधि को दोस्त के रूप में पहचानने से इनकार करते हुए कहा कि वह झूठ बोल रही है। उसे अंजलि की मौत के सारे राज पता हैं लेकिन वह झूठ बोल रही है। परिवार के लोग बार-बार इस सवाल को दोहरा रहे हैं कि आखिर वह चुप क्यों रही, यदि उसके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं था तो हादसे के बाद पुलिस को जानकारी क्यों नहीं दी।

घटना का एक और आया फुटेज सामने

कंझावला (Kanjhawala Case) हिट एंड रन मामले में पुलिस ने छठे आरोपित और कार मालिक आशुतोष को गिरफ्तार कर लिया है। इसके ऊपर वारदात के बाद अपराध छुपाने का आरोप है। अंजलि की मौत के मामले में अब तक कुल छह आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जबकि सातवां अभी पुलिस की पहुंच से दूर है। इस बीच, आशुतोष का एक सीसीटीवी फुटेज आया सामने है, जिसमे वह परेशान-सा दिखाई दे रहा है।

कंझावला केस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, नये-नये खुलासे हो रहे हैं। गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने प्रेस वार्ता कर बताया था कि मामले में पांच नहीं, बल्कि सात लोग शामिल हैं। इन्हीं में से कार मालिक आशुतोष भी एक है। आशुतोष ने ही आपनी गाड़ी अमित को दी थी, जिसके पास कार ड्राइविंग का लाइसेंस नहीं था। घटना के बाद आशुतोष ने गाड़ी छुपाने में मदद की और पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी।

पुलिस ने जिन दो नये आरोपितों के बारे में बताया था, उनमें आशुतोष के अलावा अंकुश था। इन दोनों का नाम एफआईआर में जोड़ दिया गया है। आंकुश अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। कंझावला हिट एंड रन मामले में अंजलि की मौत के बाद उसकी कथित सहेली निधि भी शक के दायरे में है। पुलिस के अनुसार अंकुश वही शख्स है, जिसे वारदात के बारे में जानकारी थी और इसके बावजूद उसने आरोपितों को सलाह दी थी कि अमित की जगह दीपक को ड्राइवर बता दिया जाए, क्योंकि अमित के पास लाइसेंस नहीं है। वारदात के वक्त गाड़ी वही चला रहा था। इसीलिए अंकुश के कहने पर पुलिस को गुमराह किया गया और गलत जानकारी दी गई। पता चला है कि अंकुश अमित का भाई है।

दिल्ली पुलिस की 18 टीमें कर रही जांच

दिल्ली पुलिस की 18 अलग-अलग टीमें मामले में जांच कर रही हैं। कल दो और नाम शामिल होने के बाद इनकी गिरफ्तारी पर सवाल उठ रहे थे। मामले में एक और सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें सफेद रंग की टीशर्ट में आशुतोष दिखाई दे रहा है। इस दौरान भी दिख रहा है कि वह काफी घबराया रोड के दोनों तरफ चक्कर लगा रहा है। फिलहाल पुलिस ने कुल छह आरोपितों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है और अब एक अन्य आरोपित की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है। इसके बाद पुलिस जरूरत पड़ने पर लाई-डिटेक्टर टेस्ट का अनुरोध कोर्ट से कर सकती है।

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