जम्मू कश्मीर

टारगेट किलिंग के बाद 72 दिनों से हड़ताल पर बैठ कश्मीरी हिंदू कर्मी, जानें वजह

जम्मूः कश्मीर घाटी में टारगेट किलिंग (target killing) के बाद सुरक्षित स्थानों पर तबादलों की मांग को लेकर पिछले 72 दिनों से हड़ताल पर बैठे कश्मीरी हिंदू कर्मचारी शुक्रवार को एक बार फिर सड़क पर उतर आए। प्रदर्शनी मैदान के बाहर प्रदर्शन करते हुए कर्मचारियों ने केंद्र व प्रदेश प्रशासन से उनकी जानमाल की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने की मांग की।

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ऑल माइग्रेंट इंप्लाइज एसोसिएशन कश्मीर के बैनर तले एकत्रित हुए प्रधानमंत्री रोजगार पैकेज के तहत नियुक्त व सामान्य प्रक्रिया के तहत नियुक्त इन कर्मचारियों ने काले रिब्बन पहनकर प्रदर्शनी मैदान के बाहर प्रदर्शन करते हुए कर्मचारियों ने प्रदेश प्रशासन तथा केंद्र सरकार से उनकी सुरक्षा उनके तबादलों की मांग की। उन्होंने कहा कि 12 मई को राहुल भट्ट की टारगेट किलिंग के बाद से ही वे उनके सुरक्षित स्थानों पर तबादला करने की मांग कर रहे हैं।

कर्मचारियों ने मांग की कि सरकार उन्हें राहत व पुनर्वास विभाग जम्मू के कार्यालय में अटैच करें और कश्मीर में हालात सामान्य करने की दिशा में कदम उठाए। जब तक कश्मीर में हालात सामान्य नहीं हो जाते, उन्हें जम्मू में रखा जाए क्योंकि कश्मीर के मौजूदा हालात में उनकी जान को वहां खतरा है। उनकी मांगों को सुनने के लिए कमेटी गठित करने की मांग करते हुए प्रदर्शनकारियों ने कहा कि इस कमेटी को कश्मीरी हिंदू कर्मचारियों के प्रतिनिधियों से बातचीत करके उनका पक्ष सुनना चाहिए।

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