मथुरा: इस बार कान्हा के जन्मोत्सव पर 7 सितंबर को मंगला आरती दोपहर 1:55 बजे होगी और आधी रात को ठाकुर बांकेबिहारी का महाभिषेक होगा। बांकेबिहारी मंदिर प्रबंधक मुनीश कुमार शर्मा ने सोमवार शाम गाइडलाइन जारी करते हुए श्रद्धालुओं से अपील की है कि भीड़ के दौरान छोटे बच्चों, बुजुर्गों, दिव्यांगों और बीमार लोगों को अपने साथ मंदिर में न लाएं। पूरा मंदिर प्रबंधन कान्हा के जन्म की तैयारी में जुटा हुआ है।
मंदिर प्रबंधक मुनीष कुमार शर्मा ने बताया कि 7 सितंबर को श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन सुबह 7:45 बजे से दोपहर 12 बजे तक भक्तों के लिए पट खुलेंगे। शाम 7:55 बजे श्रृंगार आरती, सुबह 11:55 बजे राजभोग आरती, दोपहर 12 बजे छिड़काव के बाद गर्भगृह का पट बंद कर दिया जाएगा। इसके बाद शाम 5:30 बजे से रात 9:30 बजे तक मंदिर के कपाट खुलेंगे। रात्रि 9:25 बजे शयन भोग आरती होगी। इसके बाद पांच मिनट बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। रात 12 बजे महाभिषेक होगा। इसके बाद दोपहर 1:45 बजे बांकेबिहारी के पट खुलेंगे। साल में एक बार होने वाली मंगला आरती 1:55 बजे होगी। मंगला आरती के बाद दोपहर 2 बजे से शाम 5:30 बजे तक बांके बिहारी के दर्शन होंगे। 8 सितंबर को सुबह 7:45 बजे से दोपहर 12 बजे तक मंदिर के कपाट खुलेंगे और नंदोत्सव मनाया जाएगा।
ये भी पढ़ें..Janmashtami 2023: कान्हा जन्मोत्सव के लिए सज रही मथुरा, चप्पे-चप्पे पर रहेगी पुलिस की…
बांकेबिहारी मंदिर के प्रबंधक मुनीष कुमार की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर बांकेबिहारी के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को सावधान किया गया है कि वे भक्तों की भीड़ के दौरान छोटे बच्चों, बुजुर्गों, विकलांगों और बीमार लोगों को अपने साथ मंदिर में न लाएँ। गर्मियों के दौरान उपवास करने और डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाएँ न लेने से आगंतुकों, विशेषकर महिलाओं का स्वास्थ्य खराब हो जाता है। ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेकर चिकित्सीय लाभ लेने के बाद ही मंदिर आएं।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)