नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस. जयशंकर अफगानिस्तान के घटनाक्रम पर विचार करने के लिए आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेने के लिए तजाकिस्तान की राजधानी दुशांबे पहुंच गए। अफगानिस्तान के संबंध में एससीओ के संपर्क समूह की बैठक में आठ देशों के विदेश मंत्री भाग ले रहे हैं। दो दिवसीय विचार-विमर्श में अफगानिस्तान से अमेरिकी सेनाओं की वापसी और तालिबान लड़ाकुओं के बढ़ते दबाव के संदर्भ में हालात की समीक्षा की जाएगी।
इस बैठक में भारत के अलावा चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकस्तान, उज्बेकिस्तान और पाकिस्तान के विदेश मंत्री भाग लेंगे। औपचारिक विचार-विमर्श के पहले जयशंकर ने मंगलवार को अफगानिस्तान के विदेश मंत्री मोहम्मद हनीफ अतमार से मुलाकात की। अतमार ने उन्हें अफगानिस्तान के नवीनतम घटनाक्रम की जानकारी दी। इस बैठक में भाग लेने के लिए चीन के विदेश मंत्री वांग यी भी दुशांबे में हैं। भारत और चीन के विदेश मंत्रियों के बीच बैठक होगी या नहीं अभी यह स्पष्ट नहीं है।
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उल्लेखनीय है कि तालिबान की ओर से यह दावा किया जा रहा है कि उसने अफगानिस्तान के बड़े भू-भाग पर कब्जा कर लिया है। पिछले दिनों देश के प्रमुख नगर कंधार में तालिबान की बढ़त को देखते हुए भारत ने वहां स्थित अपने वाणिज्य दूतावास के भारतीय कर्मचारियों को फिलहाल वापस बुला लिया था। साथ ही भारत ने स्पष्ट किया था कि वह वाणिज्य दूतावास को बंद नहीं कर रहा। कामकाज के लिए अफगान कर्मचारी तैनात रहेंगे।