मुंबईः मुंबई में आंगडिया एसोसिएशन से हर महीने 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में राज्य सरकार ने IPS अधिकारी सौरभ त्रिपाठी को मंगलवार को निलंबित कर दिया। सौरभ त्रिपाठी के निलंबन का प्रस्ताव गृह विभाग ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पास भेजा था। जानकारी के अनुसार 7 दिसंबर 2021 को आंगडिया असोसिएशन ने पुलिस आयुक्त से सौरभ त्रिपाठी की शिकायत की थी। इसके बाद मामले की छानबीन की गई और पुलिस निरीक्षक ओम वंगाटे समेत तीन पुलिसकर्मियों पर मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया था।
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17 मार्च दर्ज हुआ था मामला
रंगदारी का आरोप लगने के बाद सौरभ त्रिपाठी का तबादला प्रोटेक्शन विभाग में पुलिस उपायुक्त के तौर पर किया गया था, लेकिन सौरभ त्रिपाठी ने अबतक ज्वाइन नहीं किया है। इसके बाद ओम वंगाटे की निशानदेही पर 17 मार्च को सौरभ त्रिपाठी पर मामला दर्ज किया गया था। मुंबई पुलिस आयुक्तालय से गृह विभाग में सौरभ त्रिपाठी पर कार्रवाई के लिए प्रस्ताव भेजा गया था, जिसे गृहविभाग ने मुख्यमंत्री के पास भेज दिया था। मुख्यमंत्री ने आज इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर सौरभ त्रिपाठी को निलंबित कर दिया है।
त्रिपाठी पर क्या था आरोप?
बता दें कि क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने बताया की अंगड़िया एसोसिएशन ने पिछले साल 7 दिसंबर को मुंबई के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को शिकायत दी थीय उस शिकायत में कहा गया कि IPS अधिकारी सौरभ त्रिपाठी, डीसीपी जोन 2 ने अंगडिया को उसका काम सुचारू रूप से चलाने के लिए 10 लाख रुपये की मासिक रिश्वत दे रहे थे। त्रिपाठी पर आरोप है कि वो इस मामले से जुड़े अंगड़िया को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे थे। त्रिपाठी पर आरोप है कि वो उन्हें उनकी शिकायत वापस लेने को कह रहे थे। सूत्रों ने बताया की त्रिपाठी और अंगड़िया के बीच हुई इस बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग मुंबई पुलिस को मिली है। यह कॉल रिकॉर्डिंग अंगड़िया (शिकायतकर्ता) ने खुद मुंबई पुलिस के सीनियर अधिकारियों को दिया था।
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