Tuesday, March 11, 2025
spot_img
spot_img
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
Homeउत्तर प्रदेशपीएमएमवीवाई का हेल्पलाइन नंबर बदला, अब जानकारी के लिए डायल करना होगा...

पीएमएमवीवाई का हेल्पलाइन नंबर बदला, अब जानकारी के लिए डायल करना होगा ये नंबर

मुुरादाबाद : प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) के अंतर्गत किसी भी प्रकार की जानकारी एवं समस्या के समाधान के लिए अब हेल्पलाइन नम्बर-104 डायल करना होगा। राज्य स्तर पर संचालित पीएमएमवीवाई के हेल्पलाइन नम्बर में बदलाव किया गया है। पहले योजना का हेल्प लाइन नम्बर 7998799804 था।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एमसी गर्ग ने बताया कि पीएमएमवीवाई एवं अन्य स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में जानकारी के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की हेल्पलाइन नम्बर 104 पर लाभार्थी एवं आमजन सम्पर्क कर सकते हैं। इस संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश की निदेशक एवं राज्य परिवार नियोजन सेवा अभिनवीकरण परियोजना एजेंसी (सिफ्सा) की अधिशासी निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने पत्र जारी कर प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को जानकारी दी है। उन्होंने कहा पीएमएमवीवाई केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। यह सिफ्सा द्वारा संचालित की जाती है। पहली बार गर्भवती होने पर तीन किस्तों में पांच हजार रुपये का लाभ मिलता हैं।

ये भी पढ़ें..UKSSSC पेपर लीक मामलाः STF ने अपर निजी सचिव को किया…

योजना के नोडल अधिकारी डा. विश्राम सिंह ने बताया- योजना के तहत पहली बार गर्भवती (मां बनने) होने पर महिला को तीन किस्तों में पांच हजार रुपये दिए जाते हैं, प्रसव चाहे सरकारी या निजी अस्पताल में कराया गया हो। पंजीकरण के लिए माता-पिता का आधार कार्ड, मां की बैंक पासबुक की फोटो कापी जरूरी है। मां का बैंक अकाउंट ज्वाइंट नहीं होना चाहिये। निजी अकाउंट ही मान्य होगा। यदि बच्चे का जन्म हो चुका है तो मां और बच्चे दोनों के टीकाकरण का प्रमाणिक पर्चा व जन्म प्रमाण पत्र होना जरूरी है। उन्होंने बताया- पंजीकरण कराने के साथ ही गर्भवती को प्रथम किस्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जाँच होने पर दूसरी किस्त के रूप में (गर्भावस्था के छह माह बाद) 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर तीसरी किस्त के रूप में 2000 रुपये दिए जाते हैं। यह सभी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किये जाते हैं।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)

सम्बंधित खबरें
- Advertisment -spot_imgspot_img

सम्बंधित खबरें