रांची: रिम्स अस्पताल में इन्फ्लूएंजा की चपेट में आने वाले मरीजों के लिए 24 बेड चिह्नित कर रिजर्व रखे गए हैं। इनमें 12 बेड ट्रॉमा सेंटर में और 12 बेड आइसोलेशन वार्ड में रिजर्व रखे गये हैं। यह जानकारी रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद ने दी। वह रिम्स परिसर में बुधवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति में इन्फ्लूएंजा के हल्के लक्षण हों तो किसी भी एंटीबायोटिक की जरूरत नहीं पड़ती है। पैरासिटामोल से इलाज संभव है। हालांकि बीमारी की गंभीरता को देखते हुए कुछ मामलों में एंटीबायोटिक दवा भी मरीज को दी जाती है।
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उल्लेखनीय है कि इन्फ्लूएंजा तेजी से फैल रहा है। कई राज्यों में बुखार, सांस संबंधित गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ी है। हेल्थ एक्सपर्ट इन्फ्लूएंजा से बचने के लिए कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन करने की अपील कर रहे हैं। इससे इन्फ्लूएंजा से बहुत हद तक बचा जा सकता है।
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