अनूपपुरः जिले में गेहूं उपार्जन के बाद भुगतान पाने किसानों की परेशानी बढ़ गई है। जिले में 4 अप्रैल से आरंभ हुई गेहूं खरीदी का काम 31 मई को समाप्त हो गया, लेकिन 1 जून तक पंजीकृत अधिकांश किसानों के खाते में उनके उपज का भुगतान नहीं पहुंचा। इनमें 260 किसानों के खाते में पैसे नहीं पहुंचे। बताया गया है कि किसानों के खाते आधार कार्ड से लिंक नहीं होने के कारण भुगतान से वंचित हैं। जिसके कारण जिले में लगभग तीन सैकड़ा ऐसे किसान है जो अपनी गेहूं के उपार्जन के बाद भुगतान की राह ताक रहे हैं।
नागरिक आपूर्ति विभाग अब दोबारा ऐसे खाताधारकों के खाते में दोबारा भुगतान की राशि भेजने की व्यवस्था बना रही है। वहीं जिला खाद्य आपूर्ति विभाग की ओर से आधार कार्ड से लिंकेज नहीं बैंक खातों को सुधारने के काम में जुटी है। बताया जाता है कि इस वर्ष शासन ने आधार कार्ड से लिंकेज बैंक खातों की डिमांड की थी। जिसमें आधार लिंक बैंक खाते में पैसा जमा होते। लेकिन पंजीयन के दौरान ऑनलाइन मोबाइल पोर्टल पर केवल आधार कार्ड का अंकन लिया गया। यहां सम्बंधित किसानों के बैंक खाता नम्बर नहीं लिए गए। जिसके कारण इस प्रक्रिया में अधिकांश बैंक खाते आधार नम्बर से लिंक नहीं मिले।
46 किसानों के बैंक खाते आधार से नहीं मिले लिंक, अब किसानों को बुलाकर सुधार रहे खाता
एक ओर बजट के अभाव में 260 किसानों के खाते राशि नहीं पहुंची। वहीं किसानों के पंजीयन में दर्ज आधार कार्ड नम्बर से लगभग 46 किसानों के बैंक खाते नहीं लिंक मिले। इन किसानों के आधार अन्य बैंक खातों से मिले। जिसके कारण 46 किसानों के खाते भुगतान की राशि नहीं पहुंची है। अब विभाग इन किसानों को सूचना देते हुए उनके आधार के साथ बैंक खातों को लिंक कराने में जुटी है। वहीं किसान भी लगभग दो माह से पैसे के भुगतान नहीं होने पर विभागों के चक्कर लगा रहें हैं। किसानों का आरोप है कि पंजीयन के दौरान किसानों से जितनी जानकारी मांगी जाती है उन्हें दर्ज कर दिया जाता है। इसके बाद त्रुटियां बताकर शासन उनका भुगतान से हाथ उठा लेती है। जबकि किसान अपनी बेची गई फसल से मिले पैसे को ही आगामी फसल की तैयारी में लगाते हैं। लेकिन किसानों को अपने पैसे के लिए ही विभागों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।
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जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी अनूपपुर एसएल प्रजापति का कहना हैं कि पंजीयन के समय कुछ किसानों के आधार बैंक से लिंक नहीं थे, जिसके कारण उनके खातों में पैसे नहीं पहुंचे हैं। किसानों को बुलाकर बैंक खाता-आधार लिंक कराते हुए सुधार कराया गया है। जल्द ही राशि का भुगतान हो जाएगा।
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