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बंगाल के बाद अब महाराष्ट्र आयकर की छापेमारी, 58 करोड़ कैश व 32 किलो सोना बरामद

Income Tax Raids in Maharashtra
छापेमारी

नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल में पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से ईडी छापेमारी में बरामद हुआ करीब 56 करोड़ रुपये का मामले अभी शांत भी नहीं हुआ था कि अब महाराष्ट्र में भी वैसा ही नजारा दिखा। आयकर विभाग ने महाराष्ट्र के जालना में 3 अगस्त को एक छापेमारी में 58 करोड़ रुपये की नकदी और 32 किलो सोने समेत कुल 390 करोड़ रुपये की बेहिसाब संपत्ति जब्त करने का दावा किया। आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया की पिछले हफ्ते जालना में छापेमारी की गई थी और ये 4-5 दिन तक चली।

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आयकर विभाग ने कहा है कि उसने महाराष्ट्र में स्टील टीएमटी बार के निर्माण में लगी दो प्रमुख व्यापारिक कंपनियों पर तलाशी अभियान चलाया है। 3 अगस्त को चलाए गए तलाशी अभियान ने जालना, औरंगाबाद, नासिक और मुंबई में फैले 30 से अधिक परिसरों को कवर किया। तलाशी अभियान के दौरान कई आपत्तिजनक साक्ष्य बरामद किए गए।

तलाशी अभियान में 56 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी और 14 करोड़ रुपये के सर्राफा और आभूषण जब्त किए गए हैं। एक आईटी अधिकारी ने कहा, "दोनों फर्मों के जब्त किए गए सबूतों के प्रारंभिक विश्लेषण से पता चला है कि वे बड़े पैमाने पर कर चोरी में लिप्त थे। इन संस्थाओं को जीएसटी धोखाधड़ी में शामिल पाया गया है। " तलाशी टीम ने दोनों कंपनियों के कर्मचारियों के नाम से खोले गए दोनों फर्मों के बड़ी संख्या में लॉकर का भी पता लगाया, जो एक सहकारी बैंक के पास रखे गए थे।

अधिकारी ने कहा, "सहकारिता बैंक के कई लॉकरों सहित 30 से अधिक बैंक लॉकरों की तलाशी ली गई। इन लॉकरों से भारी मात्रा में बेहिसाबी नकदी और सोने के आभूषण बरामद हुए हैं।" अधिकारी ने कहा कि एक फर्म के फार्महाउस में स्थित एक गुप्त कमरे से बड़ी मात्रा में बेहिसाब नकदी जब्त की गई है।

सूत्रों की माने तो आयकर विभाग ने इस छापेमारी के लिए एक फूलप्रूफ प्लान बनाया था। जिसके तहत आयकर विभाग की 100 से ज्यादा गाड़ियां जालना में दाखिल हुईं। इन सभी गाड़ियों पर विवाह समारोह के स्टीकर लगे थे। इस गाड़ियों में 400 से ज्यादा इनकम टैक्स के अधिकारी और कर्मचारी सवार थे। इनकम टैक्स विभाग को छापेमारी की खबर लीक होने का डर था। इसलिए विभाग ने बड़ी ही प्लानिंग के साथ इस छापेमारी को अंजाम दिया। आयकर विभाग अपनी इस प्लानिंग में पूरी तरह से कामयाब भी रहा। किसी को भी इस छापेमरी की भनक तक नहीं लगी।

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