प्रदेश छत्तीसगढ़

'गांव में रहना है तो अपने भाई को मार डालो', नक्सलियों के डर से पलायन को मजबूर परिवार

bijapur-family-go-from-village बीजापुर: जिले के नक्सल प्रभावित गांव मरकामगुड़ा के एक परिवार को नक्सलियों ने आदेश दिया है कि अगर वे गांव में रहना चाहते हैं तो अपने भाई की हत्या कर दें, अन्यथा परिवार सहित गांव छोड़ दें. यदि तुम ऐसा नहीं करोगे तो सभी लोग मारे जायेंगे। धमकी के बाद बूढ़ी मां, पत्नी, दो बच्चे, बहन समेत पूरा परिवार अपना घर, मवेशी, खेत सबकुछ छोड़कर दंतेवाड़ा में भटक रहा है। गौरतलब है कि जिले के नक्सल प्रभावित दरभा गांव के तीन युवक जब पुलिस बल में शामिल हुए तो नक्सलियों ने पूरे परिवार को गांव से बेदखल कर दिया. ये तीनों परिवार भी सब कुछ छोड़कर दंतेवाड़ा पहुंच गए हैं और यहां अपने रिश्तेदारों के यहां रह रहे हैं। इसी तरह नक्सली आतंक से हर रोज ग्रामीण पलायन कर रहे हैं. नक्सली लगातार स्थानीय ग्रामीण परिवारों को गांव से बाहर निकालने के लिए कह रहे हैं। ये भी पढ़ें..Chhattisgarh: आंगनबाड़ी केंद्रों में 1 अगस्त से मनाया जाएगा वजन महोत्सव ग्राम मरकामगुड़ा का मामला अलग है, इसमें परिवार का कोई भी सदस्य पुलिस में शामिल नहीं होने के बावजूद उन्हें पलायन करना पड़ा। इसे नक्सलियों की नई रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। अब नक्सल प्रभावित इलाकों में वही रहेंगे जो नक्सलियों का पूरा समर्थन करेंगे और उनके अपराध में शामिल होंगे। अन्यथा उसे गांव से बेदखल कर दिया जायेगा. मिली जानकारी के अनुसार, मरकामगुड़ा गांव निवासी बामन यादव को नक्सलियों ने तालिबानी फरमान सुनाते हुए कहा कि तुम्हारा भाई रमेश पुलिस को मुखबिरी कर रहा है, अगर गांव में रहना है तो उसे मार डालो। माओवादियों को शक है कि रमेश पुलिस विभाग में शामिल हो गया है। नक्सली धमकी के बाद बामन यादव अपनी पुश्तैनी जमीन, घर सब कुछ छोड़कर भटकने को मजबूर हैं। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)