लाइफस्टाइल हेल्थ

घर बैठे-बैठे शरीर हो गया है बेडौल तो जरूर करें ये योगासन

 

लखनऊ:  इस समय दुनिया कोरोना वायरस महामारी की चपेट में है। कोरोना संक्रमण के प्रसार से बचने के लिए सरकार ने लंबे समय तक लॉकडाउन जारी रखा, हालांकि अब लॉकडाउन में कुछ छूट दी जा रही है। लगातार लॉकडाउन और घर बैठे रहने की वजह से बहुत से लोगों का शरीर बेडौल हो गया है। ऐसे में जरूरी है कि रोजाना योगासन करना। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि शरीर को सही आकार में रखने के लिये कौन-से आसन को करना चाहिए...

धनुरासन

धनुरासन शरीर के सही आकार के लिए बहुत फायदेमंद है। इस आसन को करने के लिए पूरे शरीर का इस्तेमाल किया जाता है। धनुरासन करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं। ध्यान रखें कि आपके पैरों को कुछ दूरी पर रखें और दोनों हाथो को सीधा रखें। अब अपने घुटनों को मोड़कर कमर के पास ले जाएं और अपने तलवों को दोनों हाथों से पकड़ें। अब सांस लेते हुए अपनी छाती को जमीन से ऊपर उठाएं। अब अपने पैरों को आगे की ओर खीचें। अब अपना संतुलन बनाते हुए सामने देखें। इस आसन को करने के लिए थोड़े अभ्यास की जरूरत है इसलिए धीरे-धीरे इसका अभ्यास करें। 15-20 सेकेंड बाद सांस छोड़ते हुए अपने पैर और छाती को धीरे-धीरे जमीन की ओर लाएं।

तितली आसन

तितली आसन बेहद ही सरल आसन है। यह आसन शरीर को सही आकार देता है। इस आसन के नियमित अभ्यास से आपका शरीर तनाव मुक्त भी रहता है। तितली आसन करने के लिए सबसे पहले अपने पैरों को फैलाकर सीधे बैठ जाएं। अब अपने दोनों पैरों को अंदर की ओर मोड़ लें। ध्यान रहे कि आपके दोनों तलवे एक-दूसरे को छूने चाहिए। अब अपने दोनों हाथों से अपने दोनों पैरों को पकड़ लें। अब इस अवस्था में लंबी गहरी सांस लें। इसके बाद सांस छोड़ते हुए अपने घुटनों और जांघो को जमीन की तरफ दबाएं। अब तितली के पंखों की तरह अपने पैरों को ऊपर-नीचे हिलाने की कोशिश करें। धीरे-धीरे करके अपनी गति बढ़ाते जाएं। इस पूरी प्रक्रिया में सांस लेते रहें।

अर्धचक्रासन

अर्धचक्रासन करने से पेट के आसपास वाले हिस्से पर दबाव पड़ता है। इसी के कारण पेट की चर्बी कम होती है और आपकी कमर सही आकार में बदलती है। इसके अतिरिक्त इस आसन के नियमित अभ्यास से कब्ज, सूजन और अन्य पाचन संबंधी समस्याएं कम होने लगती है। अर्धचक्रासन को करने के लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं। इसके बाद अपने हाथों को अपनी कमर पर रख लें और अपनी धड़ को पीछे की ओर झुकाएं। कोशिश करें कि आपका धड़ ज्यादा से ज्यादा पीछे की ओर झुका हुआ हो। इस अवस्था में करीब तीन से पांच मिनट तक रहते हुए सांस लें और छोड़ें।