Side Effects Of Covaxin : कोरोना संक्रमण रोकथाम की वैक्सीन कोवैक्सीन के साइड इफेक्ट्स के बारे में ड्रग सेफ्टी जर्नल में प्रकाशित लेख और बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) की रिपोर्ट को भारतीय आयुविर्ज्ञान अनुसंधान परिषद ने खारिज कर दिया है। दरअसल, आईसीएमआर ने कहा कि, इससे उनका कोई सरोकार नहीं है और यह लेख गलत होने के साथ भ्रामक भी है।
ICMR के महानिदेशक ने मांगा जवाब
गौरतलब है कि, ICMR के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने “किशोरों और वयस्कों में (BBVL52) कोरोना वायरस वैक्सीन का दीर्घकालिक सुरक्षा विश्लेषण नामक शीर्षक के लेख को भ्रामक बताते हुए लेखक और BHUके प्रोफेसर को पत्र लिख कर जवाब मांगा है। डॉ. बहल ने पेपर के लेखकों और जर्नल के संपादक को सोमवार को लिखे पत्र में कहा कि, वे आईसीएमआर के हवाले से लिखे इस लेख को तुरंत हटा दें और एक स्पष्टीकरण प्रकाशित करें। अगर लेखक और शोधकर्ता ऐसा नहीं करते तो उनके खिलाफ काननी कार्रवाई की जा सकती है। उन्होंने अध्ययन की ख़राब कार्यप्रणाली और डिज़ाइन पर भी प्रकाश डाला।
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डॉ. बहल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि, ICMR को बिना किसी पूर्व अनुमोदन या सूचना के अनुसंधान के नाम का इस्तेमाल किया गया, जो अनुचित और अस्वीकार्य है। आईसीएमआर का इस खराब डिजाइन वाले अध्ययन से कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने पत्र में लेख में प्रकाशित गलतियों को दर्शाते हुए बताया कि, डेटा संग्रह की विधि में पूर्वाग्रह का खतरा अधिक होता है। टीकाकरण के एक साल बाद अध्ययन प्रतिभागियों से टेलीफोन पर संपर्क किया गया और उनकी प्रतिक्रियाएं बिना किसी नैदानिक रिकॉर्ड या चिकित्सक परीक्षण की पुष्टि के दर्ज की गईं।