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लागा दामन पर दाग छुडाऊं कैसे

किसी भी क्षेत्र में अच्छा काम करने वालों के नाम पर ज़रा सा भी दाग लग जाए तो उस दाग को छुड़ा पाना बहुत मुश्किल होता है, कुछ ऐसी ही बात बीते दिनों पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना, सुजैन खान समेत बहुत से सेलिब्रेटियों के साथ हुई। मुंबई पुलिस ने सुरेश रैना के साथ अनेक फिल्मी कलाकार के विरोध में मामला दर्ज किया है। पुलिस ने छापा मारकर सुरेश रैना से साथ 27 लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास स्थित ड्रैगनफ्लाई पब पर मुंबई पुलिस ने नियमों का उल्लंघन किए जाने के कारण छापा मारा। छापे की इस कार्रवाई में टीम इंडिया के सेवानिवृत्त खिलाड़ी सुरेश रैना, अभिनेता ऋतिक रोशन की तलाकशुदा पत्नी सुजैन खान समेत बॉलीवुड के अन्य खिलाड़ियों सहित 27 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है।

महाराष्ट्र में नए कोरोना के मद्देनज़र 22 दिसंबर को रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक महानगरपालिका क्षेत्र में रात का कर्फ्यू लगाने की घोषणा की गई। 5 जनवरी तक यह रात्रिकालीन कर्फ्यू जारी रहेगा। सरकार के रात्रिकालीन कर्फ्यू के बावजूद ड्रैगनफ्लाई पब देर रात कैसे शुरु है, जब इस बारे में सहार पुलिस को जानकारी मिली तो सहार पुलिस एक्शन में आयी। ये कार्रवाई कानून तथा सुव्यवस्था विभाग के सहायक आयुक्त विश्वास नांगरे की देखरेख में की गई। कोरोना संबंधित नियमों का पालन न करने तथा तय समय-सीमा समाप्त होने के वावजूद पब शुरु रखने पर भी पुलिस की ओर से कार्रवाई की गई है।

दिल्ली, पंजाब से मुंबई में 19 लोग आए थे, वे भी इसी पब में थे। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया था, उनको नोटिस देकर छोड़ दिया गया। यह बताया जा है कि कुछ लोग कार्रवाई से बचने के लिए पब के पिछले दरवाजे से भाग गये। सुरेश रैना मुंबई में शूटिंग के लिए आए थे, उन्हें जल्द ही दिल्ली वापस जाना था, लेकिन रात में देर होने के कारण उन्हें मुंबई में ही रुकना पड़ा। दिल्ली जाने से पहले सुरेश रैना के एक मित्र ने रात के भोजन के लिए आमंत्रित किया था। मित्र के कहने पर सुरेश रैना उसके साथ पब में खाना खाने के लिए गए और वहां खाना खाने में काफी वक्त लग गया।

सुरेश रैना का कहना है कि उन्हें मुंबई के कोरोना के संदर्भ में जारी नियमों की जानकारी नहीं थी। सुरेश रैना ने इस बारे में क्षमा मांगते हुए कहा कि उनके बहुत बड़ी गलती हो गई है। सुरेश रैना के बारे में कहा जाता है कि वह सदैव नियमों का पालन करता है और भविष्य में भी जो भी नियम सरकार या प्रशासन की ओर से बनाए गए होंगे, उनका पालन सुरेश रैना करेंगे, ऐसा स्पष्टीकरण सुरेश रैना की व्यवस्थापन टीम की ओर से दिया गया। जिस पब में सुरेश रैना समेत अन्य सेलिब्रेटी गए थे, वहां कोरोना के संदर्भ जारी निर्देशों का पालन नहीं किया जाता।

खास बात यह है कि पब पर छापा मारने के दौरान पकड़े गए लोगों में से किसी ने भी न तो मॉस्क लगाया था और न ही वे सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का पालन कर रहे थे। पुलिस की इस छापे मारी में बहुत से दिग्गज तथा बॉलिवुड सेलिब्रिटियों पर कार्रवाई हुई है, उनके नाम सामने नहीं लाए जा रहे हैं। हवाई अड्डे पर पास स्थित इस पब में क्रिकेटर सुरेश रैना के अलावा गायक गुरु रंधावा, सुजैन खान भी उपस्थित थीं। मुबई में रातकालीन लॉकडॉउन होने के कारण किसी भी तरह की पार्टी न करने के निर्देशों के साथ-साथ रात 11 बजे से सुबह 6 बजे की कालावधि को लॉकडाऊन के लिए रखा गया है। इस दौरान न तो किसी कार्यालय, किसी संस्था, किसी होटल, किसी पब के साथ-साथ किसी भी सार्वजनिक स्थल पर कोई पार्टी नहीं हो सकती, इन निर्देशों के बावजूद ड्रैगनफ्लाई पब रात 2.30 बजे तक कैसे खुला रहा, वहां उपस्थित सेलिब्रेटियों तथा अन्य ग्राहक भोजन के साथ-साथ गाने का लुफ्त इतनी रात तक कैसे उठा रहे थे, जब पुलिस को इसके बारे में जानकारी दी गई तो पुलिस वहां पहुंची और वहां उपस्थित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की।

पुलिस ने इस मामले में जिन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है, उनमें से 19 दिल्ली से मुंबई आये थे, जबकि अन्य लोगों में से कुछ पंजाब के थे और कुछ दक्षिण मुंबई के रहिवासी थे। पकड़े गए लोगों में से अधिकाश लोगों ने शराब का सेवन किया हुआ था। इस घटना के बाद सुरेश रैना की व्यस्थापकीय टीम ने एक पत्रक जारी करके यह स्पष्टीकरण दिया कि सुरेश रैना मुंबई में एक शूटिंग के लिए आए थे। शूटिंग में खत्म होने में बहुत देर होने पर रैना के एक मित्र ने उन्हें रात के भोजन का निमंत्रण दिया और वहीं से वे दिल्ली की फ्लाइट पकड़ने वाले थे।

सुरेश रैना को मुंबई में लगाए गए नाइट कर्फ्यू के बारे में जानकारी नहीं थी, जब पुलिस ने उन्हें इस बारे में बताया को सुरेश रैना ने अपनी गलती स्वीकार कर ली। यहां दो बात ध्यान देने योग्य है, पहली यह कि सुरेश रैना जैसे खिलाड़ी को मुंबई के नाइट कर्फ्यू के बारे में जानकारी न हो, यह तो स्वीकार करने योग्य बात नहीं लगती, दूसरी बात यह कि अगर सुरेश रैना को मुंबई के कोरोना बचाव संबंधी जानकारी नहीं थी तो क्या उनके मित्र को भी इस बारे में जानकारी नहीं थी, यह बात भी स्वीकार करने योग्य नहीं है। सुरेश रैना की व्यवस्थापकीय टीम का यह दावा भी बचकाना लगता है कि सुरेश रैना ने जो कुछ किया, वह अनजाने में किया था।

यूएई में हुई आईपीएल स्पर्धा शुरु होने के कुछ दिन पहले अगस्त माह में सुरेश रैना ने अतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की थी। वर्ष 2020 सुरेश रैना के लिए अच्छा नहीं रहा। सुरेश रैना ने 15 अगस्त को महेंद्र सिंह धोनी के बाद आंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। संन्यास लेने के बाद भी सुरेश रैना का जीवन शांतिपूर्ण तरीके से व्यतीत नहीं हो पाया। उनके साथ कुछ ऐसी घटनाएं होती रही, जिससे वे परेशान होते रहे। सुरेश रैना के चाचा पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया, जिससे उनकी मौत हो गई, इतना ही नहीं इस घटना में सुरेश रैना की बुआ भी गंभीर रूप से घायल हो गई। सुरेश रैना ने अपनी गलती के लिए माफी तो मांग ली है, लेकिन कोरोना काल में नियम को तोड़ने का जो दाग उनके दामन पर लगा है, उसे छुड़ा पाना संभव नहीं होगा।

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सुरेश रैना ने अपनी गलती तुरंत मान ली, लेकिन इस तरह की गलती में लापरवाही या खुद सेलिब्रेटी होने की बू भी आती है। सुरेश रैना ने परिस्थिति देखकर मामले को हल कर दिया। 27 सेलिब्रेटी अगर एक साथ किसी पब में रात 2.30 बजे जाते हो और उनमें से किसी को भी इस बात की जानकारी न हो कि मुंबई में नए कोरोना के मद्देनज़र रात का कर्फ्यू जारी है, यह तो बड़ी बचकानी बात है। यह बात ऐड़ा बनकर पेड़ा खाने जैसी ही हुई। सुरेश रैना, सुजैन खान या फिर पब में आने वाले सभी चर्चित चेहरों ने जो कुछ किया उससे उनकी नीयत पर शक तो हुआ ही है, साथ ही इस बात का भी अंदाज हो गया कि ये लोग अनजान बनकर अपनी शौक पूरे करते हैं और जब उन्हें यह लगता है कि मामला गड़बड़ हो सकता है तो माफी मांगकर मामले को रफा-दफा करने में देर नहीं लगाते।

सुधीर जोशी (महाराष्ट्र)