राजनीति

Himachal Pradesh: हिमाचल में फिर गहराया सियासी संकट, तीन विधायकों ने दिया इस्तीफा

Himachal Pradesh, शिमलाः हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर सियासत गरमा गई है। राज्य के तीन निर्दलीय विधायकों ने भी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष कांग्रेस के छह बागी विधायकों को अयोग्य घोषित कर चुके हैं। शुक्रवार को देहरा विधायक होशियार सिंह, नालागढ़ विधायक केएल ठाकुर और हमीरपुर विधायक आशीष शर्मा विधानसभा परिसर पहुंचे और विधानसभा सचिव को अपना इस्तीफा सौंपा।

इन विधायकों ने दिया इस्तीफा

इनमें नालागढ़ से केएल ठाकुर 2012 में बीजेपी विधायक थे, जबकि 2017 में वह चुनाव हार गए थे। साल 2022 में पार्टी ने उनका टिकट रद्द कर दिया था। तब उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव जीता था। होशियार सिंह देहरा से लगातार दूसरी बार निर्दलीय विधायक बने हैं। आशीष शर्मा पहली बार हमीरपुर से निर्दलीय विधायक बने हैं। अयोग्य ठहराए गए कांग्रेस विधायकों के साथ ये तीनों निर्दलीय विधायक 27 फरवरी से लगातार राज्य से बाहर थे। ये भी पढ़ें..कमलनाथ बोले-विपक्ष से लड़ना नहीं, उसे खत्म करना चाहता है सत्ताधारी दल इस्तीफा देने के बाद नालागढ़ से निर्दलीय विधायक केएल ठाकुर ने कहा कि हमने बिना किसी के दबाव के स्वेच्छा से और नालागढ़ की जनता के हित में इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि वह बीजेपी के साथ जुड़े रहे हैं और दोबारा बीजेपी के साथ जुड़ रहे हैं। मौजूदा सरकार में हमारा कोई काम नहीं हो रहा है। देहरा से निर्दलीय विधायक होशियार सिंह ने कहा कि हमने राज्यसभा चुनाव में प्रदेश हित में वोट किया है।

भाजपा में शामिल होने का किया ऐलान

इसके बाद राज्य सरकार की ओर से हमारा उत्पीड़न शुरू हो गया। इसलिए अब हम अपने विधायक पद से इस्तीफा दे रहे हैं और बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। हमीरपुर से निर्दलीय विधायक आशीष ने कहा कि सीएम विधायकों और उनके परिवार के सदस्यों पर झूठे मुकदमे दर्ज करा रहे हैं। हमने जो भी निर्णय लिया है, वह राज्य के हित में लिया है।' अब हम बीजेपी से चुनाव लड़ेंगे। बीजेपी जल्द ही हमारा टिकट तय करेगी।

59 बची विधायकों की संख्या

इन तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे के बाद 68 सदस्यीय हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विधायकों की कुल संख्या अब 59 है। जिसमें कांग्रेस के 34 और बीजेपी के 25 विधायक हैं। इस बीच, चुनाव आयोग ने लोकसभा के साथ आखिरी चरण में छह अयोग्य कांग्रेस विधायकों की सीटों पर भी एक जून को चुनाव कराने की घोषणा की है। ऐसे में अब इन तीनों इस्तीफा देने वाले विधायकों की सीटों पर चुनाव होना तय है। अगर बीजेपी उपचुनाव में ये सभी नौ सीटें जीत लेती है तो उसके विधायकों की संख्या कांग्रेस के बराबर 34 हो जाएगी। ऐसे में कांग्रेस को सदन में बहुमत साबित करना पड़ सकता है। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)