धर्मशाला (Himachal Pradesh): धार्मिक आस्था की प्रतीक डल झील का पानी सोमवार रात से एकाएक सूख गया, जिससे बड़ी संख्या में मछलियां तड़पकर मर गईं। जब इसकी जांच की गई तो पता चला कि पानी के अचानक से सूख जाने के पीछे शरारती तत्वों द्वारा सफाई करने के लिए बनाए गए वॉल्वों को खोल देने से यह सब हुआ। शरारती तत्वों की इस नापाक हरकत के चलते अचानक से ही डल झील का पानी खत्म हो गया, जिससे मछलियां तड़पकर मरने लगी।
पहले एकदम से क्षेत्र में एक बार फिर से झील में रिसाव की खबरों ने हवा पकड़ ली। इसके बाद प्रशासन-आईपीएच व स्थानीय लोगों की जांच में सच्चाई सामने आई है। जिसमें स्प्ष्ट हुआ कि इस बार रिसाव की बजाय किसी ने चोरी-छिपे झील के वॉल्व खोल दिए, और सारा पानी बाहर निकल गया। हालांकि इस बारे में जानकारी मिलने के बाद प्रशासन-जल शक्ति विभाग ने मछलियों को बचाने के लिए झील में पानी डाल दिया। इसके साथ ही खोले गए वॉल्व को बंद कर दिया गया है। वहीं,एसडीएम की अध्यक्षता में जांच भी शुरू कर दी गई है, जिसमें आरोपियों की तलाश की जाएगी। वहीं, धार्मिक आस्था की केंद्र डल झील में बड़ी शरारत से क्षेत्र में लोग आक्रोशित हो गए हैं।
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झील में भरा गया पानी
जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता संदीप चौधरी ने बताया कि डल झील में लगाए गए वोल्व को किसी शरारती तत्व ने खोल दिया है जिसके चलते डल झील का सारा पानी निकल गया है। वोल्व खोलने की सूचना मंदिर के पुजारी से मिली थी, जिसे अब बंद कर दिया गया है। डल झील में मछलियों को बचाने के लिए विभाग की ओर से पानी डाला गया है। इसके साथ ही मामला एसडीएम के ध्यानार्थ भी लाया गया है।
आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई होगी
उधर एसडीएम धर्मशाला धर्मेश रामोत्रा ने बताया कि झील में पानी डाल दिया गया है। झील के वॉल्व को खोलने के मामले में जांच के निर्देश दिए गए हैं, आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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