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हरियाणा के मुख्यमंत्री ने किसानों के खिलाफ दिए बयान को लिया वापस

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पंचकूला: मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पिछले दिनों किसानों के संबंध में दिए गए बयान को वापस लेते हुए कहा है कि वह नहीं चाहते हैं कि प्रदेश में किसी तरह से कानून-व्यवस्था बिगड़े। शुक्रवार की सुबह दूसरे नवरात्रे के अवसर पर माता मनसा देवी में पूजा अर्चना करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में सीएम ने कहा कि मां मनसा देवी शक्ति पीठ है। उनके दर्शन के लिए जब आता हूं तो मन में इच्छा होती है कि हरियाणा प्रदेश के लोगों की किस तरह से सेवा की जाए।

यहां आकर आज मुझे आभास हुआ कि मां हर एक को शक्ति प्रदान करती है। मुझे आभास हुआ कि पिछले दिनों में मेरे से एक बयान दिया गया, और यह बयान वास्तव में आत्मरक्षा के नाते दिया गया था। जिसे बहुत प्रचारित किया जा रहा है कि मुचख्यमंत्री ने लठ उठाने की बात कही है। वह किसी के प्रति दुर्भावना से नहीं कही गई। आत्मरक्षा के कारण कही गई है। फिर भी हमारे कुछ साथी आंदोलनकारी लोगों को रास नहीं आया है। उन्होंने जगह-जगह उसका विरोध करना शुरू कर दिया।

मां मनसा देवी शक्ति दायिनी, मां शक्ति पीठ ने मुझे विश्वास दिलाया है कि वह सबकी रक्षा करेंगी। मैं किसान भाईयों जिनको कष्ट पहुंचा है उन्हें बताना चाहता हूं कि मैं ये बयान वापस लेता हूं। मैं नहीं चाहता कि हरियाणा की में किसी प्रकार की लॉ एंड आर्डर की स्थिति बिगड़े, शांति भंग हो, आखिर आंदोलन करना सबका अधिकार है वह करें।

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उन्होंने कहा कि कैथल में अग्रवाल समाज के होने वाले कार्यक्रम में किसानों द्वारा प्रदर्शन के ऐलान के चलते उन्होंने इस कार्यक्रम में खुद न जाकर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता जो कि अग्र समाज के एक प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं इसलिए उन को भेजने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि पिछले दिनो प्रदेश में बहुत ज्यादा बारिश के कारण किसानो को जो नुकसान हुआ है, सरकार ने उसकी गिरदावारी के आदेश दिए है। बीमा कम्पनियां किसान को नुकसान का मुआवजा देगीं। जो किसान बीमा कम्पनी के मुआवजा सीमा नहीं होगा उसे सरकार खुद मुआवजा देगी। सरकार किसान की हर मदद के लिए खड़ी है।

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