रायपुर: हरेली तिहार (Hareli Tihar 2023) के लिए मुख्यमंत्री निवास को पूरी तरह ग्रामीण परिवेश से सजाया गया था। जहां चारो-ओर छत्तीसगढ़ी संस्कृति की छटा दिख रही थी।
छत्तीसगढ़ी संगीत, लोकनृत्य, पारंपरिक गड़बा बाजा, राउत नाचा, गेड़ी नृत्य, रहचुली और विभिन्न छत्तीसगढ़ी पकवानों और व्यंजनों के आनंद के साथ मुख्यमंत्री निवास में मौजूद लोग उत्साह के साथ हरेली में शामिल हुए। इसके साथ-साथ पशुधन विकास विभाग द्वारा विभिन्न डेयरी उत्पादों तथा पशु आहार पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गई। परंपरागत कृषि उपकरणों का स्टॉल लोगों को खूब भाया और लोग खेती-किसानी के पुराने दिनों को याद करने लगे। इस अवसर पर लोक कलाकारों द्वारा राउत नाचा और गेड़ी चढ़कर नृत्य की प्रस्तति भी दी गई। इसे लोगों ने खूब सराहा।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री आवास में काफी हरियाली है। हरेली तिहार (Hareli Tihar 2023) पर मुख्यमंत्री निवास पारंपरिक रंग में रंगा हुआ है। खेती में उपयोग होने वाले पारंपरिक औजारों, यंत्रों, जानवरों और चरवाहों के कपड़े, आभूषणों की प्रदर्शनी लगाई गई। छत्तीसगढ़ के दुग्ध उत्पादों और पशु आहार की विशाल रेंज देखने को मिली। सीएम बघेल ने अपने पोते-पोतियों के साथ बड़े उत्साह और पारंपरिक संगीत के साथ थिरके।
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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हरेली तिहार (Hareli Tihar 2023) पर अपने निवास पर परिवार के साथ कृषि यंत्रों की पूजा की और इस वर्ष अच्छी खेती तथा प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की। इस मौके पर सीएम बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ महतारी और गौमाता की पूजा से बनी सुंदर छत्तीसगढ़ी संस्कृति की समृद्ध विरासत को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग हरेली के शानदार माहौल को भूल गए थे, उनके लिए इस पल ने अतीत की कई यादें ताजा कर दीं।
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