गांधीनगर: गुजरात के चर्चित पाटीदार नेता हार्दिक पटेल (Hardik Patel) गुरुवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार भाजपा में शामिल हो गए। गांधीनगर के भाजपा मुख्यालय में उन्हें प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। हार्दिक पटेल (Hardik Patel) के साथ पाटीदार आंदोलन में उनके साथी रहे कई और नेताओं ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा में शामिल होने से पहले हार्दिक पटेल ने घर पर पूजा-पाठ किया।
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हार्दिक पटेल (Hardik Patel) ने अपराह्न 12.39 बजे के शुभ महूर्त पर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर पूर्व उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल और पार्टी के कई प्रमुख नेता मौजूद रहे। भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद हार्दिक पटेल ने कहा कि वह अब राष्ट्रहित और राज्यहित के साथ अपने राजनीतिक सफर की नई शुरुआत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए एक नई शुरुआत है। हार्दिक पटेल (Hardik Patel) ने सुबह ट्विटर के जरिए कहा, राष्ट्रहित, प्रदेशहित, जनहित एवं समाज हित की भावनाओं के साथ आज से नए अध्याय का प्रारंभ करने जा रहा हूं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चल रहे राष्ट्र सेवा के भगीरथ कार्य में छोटा सा सिपाही बनकर काम करूंगा। पाटीदार आरक्षण आंदोलन के दौरान भाजपा नेताओं के खिलाफ बयानबाजी के सवाल पर हार्दिक पटेल ने माफी मांगने से साफ इनकार किया। हार्दिक ने कहा, “मैं लोगों के लिए लड़ रहा था।”
हार्दिक ने पत्रकारों से कहा कि 2015 में शुरू हुए आंदोलन के दौरान उन्होंने कई उतार-चढ़ाव देखे। मैं जनहित की भावना से कांग्रेस में शामिल हुआ था। देश की भलाई के लिए काम करने की इच्छा सभी में होती है। मैं कांग्रेस से दुखी हूं, इसलिए सभी पदों से पहले ही इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि वे भाजपा के एक सामान्य कार्यकर्ता के रूप में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि जब राष्ट्रहित की बात आती है तो मैं एक सैनिक की भूमिका में होता हूं, राजा की नहीं। मुझे विश्वास है कि पाटीदार आंदोलन में शहीद हुए लोगों के परिवारों की मदद कर सकेंगे। हम उन्हें नौकरी दिलाने की कोशिश करेंगे। हम सरकार से भी मदद की गुहार लगाएंगे।
साल 2015 में पाटीदार आरक्षण आंदोलन से चर्चित हुए हार्दिक पटेल (Hardik Patel) की युवाओं पर मजबूत पकड़ मानी जाती है। यही वजह है कि कांग्रेस ने उनके पार्टी में आते ही प्रदेश का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त कर दिया था। हार्दिक 1,161 दिन तक कांग्रेस में रहे, लेकिन खुद की उपेक्षा किए जाने का आरोप लगाते हुए 17 मई को उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। हार्दिक पटेल 12 मार्च 2019 को कांग्रेस में शामिल हुए थे। गुजरात में पाटीदार समाज का कम से कम 55 सीटों पर असर है। हार्दिक पटेल इन सीटों पर भाजपा को फायदा पहुंचा सकते हैं। राज्य विधानसभा में 182 सीटें हैं।
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