लखनऊः राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राजभवन प्रांगण में शुक्रवार को शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने स्मारिका का भी विमोचन किया। इसके बाद उत्कृष्ट खेती करने वाले प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शाकभाजी की खेती में किसान अधिक कमाई कर सकते हैं। यहां ऐसे किसान भी मौजूद हैं जिन्होंने एक हेक्टेयर में 19 लाख रुपये की कमाई की है। यह सामान्य बात नहीं है। कृषि जीडीपी में भी हमारे किसानों का बड़ा योगदान है। यूपी कृषि प्रधान राज्य है। प्रदेश के पास देश की 11 फीसदी कृषि योग्य भूमि है। अन्न की पैदावार देश का 20 फीसदी है। यह प्रदर्शनी किसानों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर है। उद्यान विभाग को धन्यवाद और राज्यपाल का हृदय से आभार एवं अभिनंदन करता हूं।
निदेशक उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण डॉ. आरके तोमर ने बताया कि प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी में कुल 48 क्लास एवं 628 वर्ग में प्रतिभागी प्रतिभाग कर रहे हैं। प्रदर्शनी को शिड्यूल के अनुसार दो भागों में विभक्त है। भाग-1 को 13 क्लास एवं 139 वर्ग में विभाजित किया गया है, इसके अन्तर्गत शाकभाजी, फल, मशरूम, फल संरक्षण, शहद एवं पान के पत्तों आदि की प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। भाग-2 को 35 क्लास एवं 489 वर्ग में विभाजित किया गया है, इसके अन्तर्गत सदाबहार पत्ती फूल. शोभाकार, औषधीय पौधे अन्य मौसमी फूलों के गमलों, गमलों में लगी शाकभाजी, गमलों के कलात्मक समूह की प्रतियोगिता, पॉलीहाउस में उत्पादित विभिन्न प्रजातियों के पुष्प, गुलाब तथा डहेलिया आदि के कटे पुष्पों की प्रतियोगिता, औषधीय सकुलेन्ट्स, बोनसाई पौधों की प्रतियोगिता, व्यक्तिगत तथा राजकीय आवासों, राजकीय कार्यालय, शिक्षा संस्थाओं, पब्लिक पार्क तथा प्राचीन व ऐतिहासिक उद्यानों तथा फोटोग्राफी आदि की प्रतियोगिता आयोजित की गयी है।
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उन्होंने बताया कि प्रादेशिक फल. शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी में सायं तक कुल 2181 प्रतिभागियों द्वारा 16740 प्रदर्शों की एन्ट्री लखनऊ सहित विभिन्न जनपदों द्वारा की गयी है। प्रदर्शनी में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले प्रथम विजेता को 51 हजार रुपए, द्वितीय विजेता को 31 हजार रुपये और तृतीय विजेता को 11 हजार रुपए की धनराशि पुरस्कार के रुप में दी जाएगी। अन्य सभी वर्गों के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्श पुरस्कार की 11 हजार रुपये की धनराशि निर्धारित की गई है। गमलों के कलात्मक समूहों का प्रदर्शन और फोटोग्राफी प्रतियोगिता विशेष आकर्षण के केंद्र होंगे।
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