गाजीपुरः जिले के कासिमाबाद के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मंगलवार सुबह सरकारी आवास में मिला। सामान्य चिकित्सकीय परीक्षण के दौरान प्रथम दृष्टया मृत्यु का कारण हार्ट अटैक ही माना जा रहा है।मिली जानकारी के अनुसार मूलरूप से जौनपुर जनपद के रहने वाले वीर बहादुर यादव (45) गाजीपुर जनपद में पिछले कई वर्षों से तैनात थे। वह पूर्व में जखनिया तहसील के साथ ही गाजीपुर सदर पर भी उप जिलाधिकारी के रूप में कार्य कर चुके हैं।
वर्तमान में कासिमाबाद तहसील में उप जिलाधिकारी का कार्यभार देख रहे थे। यहां वे अपने सरकारी आवास पर अकेले रह रहे थे। सरकारी आवास में मंगलवार की सुबह वे कमरे से बाहर नहीं आये तो कर्मचारियों ने पुलिस की मौजूदगी में कमरे का दरवाजा तोड़ कर अंदर प्रवेश किया। अंदर देखा गया कि उप जिलाधिकारी वीर बहादुर यादव का शव पड़ा हुआ है। इसकी सूचना मिलने पर जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक सहित तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए। जांच के दौरान उनके शरीर पर किसी भी प्रकार का कोई चोट का निशान नहीं मिले। डॉक्टरों से जांच कराई गई तो उन्होंने उनकी मौत का प्रथम कारण हार्ट अटैक बताया है। उनके निधन की जानकारी मिलने परिवार के लोग गाजीपुर पहुंच चुके हैं। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
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2015 बैच के पीसीएस अधिकारी थे वीर बहादुर यादव
उप जिलाधिकारी वीर बहादुर यादव का परिवार राजधानी लखनऊ के गोमती नगर में रहता है। उप जिलाधिकारी का एक बेटा और एक बेटी है। बताया जा रहा है कि उन्होंने 2 महीने पहले अपनी बेटी का जन्मदिन अपने सरकारी आवास पर मनाया था। बेटा लखनऊ के प्राइवेट कॉलेज में पढ़ाई कर रहा है। वीर बहादुर यादव 2015 बैच के पीसीएस अफसर थे। उन्होंने इलाहाबाद और लखनऊ से अपनी पढ़ाई की थी।
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