नई दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को ‘स्कैनिया’ लग्जरी बस मामले पर उनपर लगे आरोपों का खंडन करते हुए इसे दुर्भावनापूर्ण करार दिया है। उनके कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि उनका और उनके परिवार के किसी सदस्य का बसों की खरीद से कोई लेना देना नहीं है।
दरअसल, मीडिया के एक धड़े में छपी खबरों में गडकरी पर आरोप लगाया गया है कि 2016 के नवंबर में स्कैनिया ने गडकरी के बेटे से जुड़ी एक कंपनी को लग्जरी बस मुहैया कराई थी। गडकरी के कार्यालय ने एक बयान जारी कर ऐसी खबरों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ऐसे आरोप दुर्भावनापूर्ण, झूठे और बेबुनियाद है। इस तरह के आरोप लगाना की वरिष्ठ नेता की बेटी की शादी के लिए बस पर होने वाले खर्च का भुगतान नहीं किया गया था मीडिया की मनगढ़ंत कल्पना है।
कार्यालय की ओर से आए बयान में कहा गया है कि मीडिया को स्कैनिया की ओर से आधिकारिक बयान का इंतजार करना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि स्कैनिया नागपुर में एथेनॉल पर चलने वाली बस सेवा है। इसे ‘ग्रीन पब्लिक ट्रांसपोर्ट’ के तौर पर चलाया गया है। बयान मेंं कहा गया कि गडकरी ने केवल इस संबंध में पायलट प्रोजेक्ट चलाने की लिए प्रोत्साहित किया था। नागपुर नगरपालिका परिषद ने इस संबंध में स्वीडिश कंपनी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे।