कैथल: नारद गांव के एक व्यक्ति ने कैथल की एक विधवा को प्लॉट बेचने के एवज में 20 लाख रुपए लिए, लेकिन उसके नाम पर रजिस्ट्री नहीं कराई। महिला ने बार-बार रजिस्ट्री कराने का दबाव बनाया तो पता चला कि प्लॉट बेचने वाले के नाम पर रजिस्ट्री नहीं है। उन्होंने कई बार पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आखिर में उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से शिकायत की। केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर सिविल लाइन पुलिस ने नारद गांव निवासी कर्मबीर के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
महिला का आरोप है कि धोखे से कर्मबीर ने उसे अपने साथ अवैध संबंध बनाने के लिए मजबूर किया। कैथल निवासी महिला ने सिविल लाइन थाने में दर्ज मामले में कहा है कि उसने गदड़ कैथल के नारद गांव निवासी कर्मबीर से प्लॉट की पट्टी खरीदी थी। 18 दिसंबर 2014 को उसने यह प्लॉट 22 लाख 54 हजार 800 रुपये में खरीदा था। उसने 20 लाख रुपये कर्मबीर को नकद दिए थे और प्लॉट की रजिस्ट्री 18 मई 2015 को तय हुई थी। उसके बाद भी कर्मबीर को जमीन नहीं मिली। कहा प्लॉट दर्ज है। कर्मबीर को बार-बार कहा, पर वह नहीं माना और टालता रहा।
यह भी पढ़ेंः-कर्नाटक से BJP को मिला बड़ा सबक, अगर नहीं माने तो यहां भी हार तय !
जबकि प्लॉट का मालिकाना हक कर्मबीर का नहीं है। बहला-फुसलाकर उसने प्लॉट खरीद लिया। उसने कई बार आरोपितों से कहा कि या तो अपने पैसे दे दो या प्लॉट की रजिस्ट्री करवा लो। अब तक उसने न तो पैसा दिया और न ही प्लॉट की रजिस्ट्री कराई। आरोपी का कहना है कि पुलिसकर्मी मेरे पैरों की धूल हैं और उसे धमकाते हैं। आरोपी ने गुंडों के बल पर उसके साथ अवैध संबंध भी बना लिए हैं। इस विषय पर वह सिविल लाइन थाने में कई बार आवेदन दे चुकी हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस संबंध में उन्होंने सीएम विंडो पर शिकायत भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। थानाध्यक्ष राजेंद्र कुमार ने बताया कि करमबीर के खिलाफ प्लॉट बेचने के नाम पर महिला से ठगी करने का मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच के बाद कर्मबीर को गिरफ्तार करने की कार्रवाई की जाएगी।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)