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क्रेशर के समीप पोखर के गहरे गड्ढ़े में डूबने से चार मासूम बच्चों की मौत

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जयपुरः राजस्थान के करौली जिले के कैलादेवी थाने के मनोहरपुरा गांव में क्रेशर के समीप पोखर के गहरे गढ्ढे में डूबने से चार बच्चों की मौत हो गई। एक बच्चा नहाने के लिए गढ्ढे में उतरा था, जो डूबने लगा। उसे बचाने के लिए अन्य तीन बच्चों ने प्रयास किया, लेकिन असफल रहे और वह भी गहरे गड्ढ़े में भरे पानी में डूब गए।

मिली जानकारी के अनुसार मनोहरपुरा गांव के बैरवा बस्ती के आधा दर्जन के करीब बच्चे बकरी चराकर शाम को घर लौट रहे थे। रास्ते में एक क्रेशर के समीप पोखर जैसे गहरे गड्ढ़े में बारिश के जमा पानी में एक बच्चा नहाने लग गया। इस दौरान वह गहरे पानी में जाने की वजह से डूबने लगा। बच्चे को डूबते देख उसके अन्य साथी उसे बचाने के प्रयास में पानी में उतर गये और वह भी डूब गये। मृतकों में दो बालक और दो बालिकाएं हैं। मृतकों में लवकेश और शिवकेश सगे भाई हैं, जो बबलू जाटव के पुत्र हैं। इनकी आयु 10-12 साल है। इनके अलावा सुमेर की 9 वर्षीय पुत्री काजल और राजू की 13 साल की पुत्री पूजा की भी मृत्यु हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि इलाके में संचालित क्रेशरों के कारण होने वाली खनिज की खुदाई के कारण जगह-जगह गहरे गढ्ढे बने हुए हैं।

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कुछ गढ्ढे गहराई के कारण पोखर जैसे बन गए हैं, जिनमें बारिश का पानी जमा हो जाता है। बीते दिन हुई बारिश का पानी ऐसे ही एक गहरे गड्ढ़े में भरा हुआ था, जिसमें यह हादसा हुआ। हादसे के बाद गांव में शोक की लहर फैल गई। हादसे की सूचना मिलने के बाद करौली एसडीएम देवेंद्र सिंह परमार, कैलादेवी डीएसपी व थानाधिकारी पुलिस जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे और घटनाक्रम का जायजा लिया। इस दौरान ग्रामीण पीडितों को आर्थिक सहायता सहित क्रेशर पर कारवाई करने की मांग पर अड़ गए और बच्चों के शवों को रखकर गांव में ही धरना देकर बैठ गए। प्रशासन के अधिकारियों की ओर से मुख्यमंत्री सहायता कोष से उचित मुआवजा देने सहित पीडितों को पुलिस में रिपोर्ट देने की बात कही गई है।