जयपुरः राजस्थान के 33 जिलों में से 9 जिले खुशकिस्मत है कि उन्हें कोरोना की दूसरी लहर खत्म होने के बाद संक्रमण छू भी नहीं पाया है। अभी जयपुर समेत प्रदेश के अन्य जिलों में जिस तरह से कोरोना केसों की रफ्तार बढ़ रही है, उसमें भी ये जिले कोरोना से बचे हुए हैं। प्रदेश के सवाई माधोपुर, राजसमंद, नागौर, करौली, जालौर, जैसलमेर, डूंगरपुर, बूंदी और बारां वे जिले हैं, जहां न तो कोरोना का कोई सक्रिय केस हैं और न ही अब तक कोरोना का कोई नया केस मिला है।
प्रतापगढ़ प्रदेश का पहला ऐसा जिला है, जहां 18 या उससे ज्यादा उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन की कम से कम एक डोज लग चुकी है। राजस्थान में कोरोना केस की रफ्तार बेकाबू होती जा रही है। जयपुर के अलावा अब दूसरे शहरों अजमेर, अलवर, कोटा, जोधपुर में भी केस लगातार बढ़ रहे हैं। इसके कारण राज्य में पॉजिटिविटी रेट 1 प्रतिशत को पार गई है। 2 जनवरी को जयपुर के अलावा सिरोही, प्रतापगढ़, अजमेर, कोटा, जोधपुर में संक्रमण दर 1 प्रतिशत से ज्यादा रही। दो जनवरी को सबसे ज्यादा संक्रमण दर जयपुर में 3.45 फीसदी रही।
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विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक किसी भी जगह कोरोना की संक्रमण दर अगर 3 फीसदी से नीचे रहती है तो वह नियंत्रित मानी जाती है। इस नजरिए से जयपुर में अब संक्रमण नियंत्रण से बाहर माना जा रहा है। दो जनवरी को जयपुर में 6496 लोगों की जांच की गई, जिसमें 224 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। राजस्थान में पिछले एक सप्ताह की रिपोर्ट देखें तो जयपुर में सबसे ज्यादा केस मिले हैं। 27 दिसंबर से 2 जनवरी तक जयपुर में 905 मरीज मिल चुके हैं, जबकि 30 हजार 358 लोगों की जांच हुई है। जयपुर के बाद दूसरा नंबर जोधपुर का है। यहां एक सप्ताह में 150 मरीज मिले है। इसके अलावा अजमेर और कोटा में 53-53, अलवर में 51 मरीज मिले हैं। उदयपुर, बीकानेर, भीलवाड़ा के अलावा प्रतापगढ़ में बीते एक सप्ताह में 20 से ज्यादा केस मिले हैं।
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