धमतरी: जनवरी माह के प्रथम सप्ताह से मौसम में बदलाव हुआ है। सुबह से शाम तक आसमान बादल से ढका रहा। सूर्य नहीं उगने से दिन के तापमान में दो डिग्री गिरावट दर्ज की गई है। सूरज के रोशनी में ताप नहीं होने से दिनभर लोग ठंड से कांपते रहे। वहीं, बेजुबान जानवर भी रास्तों पर नहीं दिखे।
4 जनवरी की अलसुबह साढ़े पांच बजे वातावरण कई जगह कोहरे से ढका रहा। समय के साथ कोहरा छटा, लेकिन धूप नहीं खिली। सुबह से बादल वाला मौसम बना है। मौसम बदलने के कारण वातावरण में अन्य दिनों की अपेक्षा ठंडी हवा चल रही थी, ऐसे में लोग घरों से गर्म पकड़ों के साथ बाहर निकले। दिन का अधिकतम तापमान 27 डिग्री रहा, लेकिन रात में आठ बजे न्यनूतम तापमान 22 डिग्री तक रहा। पहले की तुलना में ठंड बढ़ी है। रात को शहर व ग्रामीण अंचलों के चौक-चौराहों पर अलाव जलता रहा। ज्यादातर लोग ठंड बढ़ने की वजह से घरों में समय से पहले ही दुबक गए। वहीं शहर के बाजार में भी सन्नाटा पसर गया।
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उल्लेखनीय है कि जनवरी माह के साथ अंचल में ठंड के बढ़ने के आसार बढ़ जाता है। ठंड बढ़ने के साथ अलसुबह मार्निंग वाक करने वाले लोगों की संख्या में भी पहले से कमी आई है, लोग अधिक ठंड के कारण बाहर निकलना पसंद नहीं कर रहे हैं।मौसम में उतार-चढ़ाव पिछले कुछ दिनों से बना हुआ है, इसका विपरीत असर लोगों की सेहत पर पड़ने लगा है। सर्दी-खांसी के साथ गले में खरास की समस्या ज्यादा है। जिला अस्पताल में पदस्थ डा संजय वानखेड़े का कहना है कि अधिक ठंड के चलते सर्दी, खांसी व गलेे की समस्या वाले मरीज ज्यादा आ रहे हैं। वहीं दमा व सांस के मरीजों की दिक्कतें बढ़ गई है, इसमें ज्यादातर बुजुर्ग व बच्चे प्रभावित है। सेहत को दुरूस्त बनाए रखने के लिए ठंड से बचे। गर्म पानी का सेवन करें और घरों से बाहर निकलने पर गर्म कपड़ों का उपयोग करें। ठंडी पेय पदार्थ से फिलहाल बचें।
दलहन-तिलहन भी प्रभावित –
कृषि उपसंचालक मोनेश कुमार साहू ने कहा कि, बादल वाला मौसम का विपरीत असर किसानों के खेतों पर तैयार हो रहे दलहन-तिलहन पर पड़ेगा। कीट-प्रकोप बढ़ जाएंगे। सब्जी फसल भी प्रभावित होंगे।
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