छत्तीसगढ़ Featured

पांच साल से बंद हैं इस स्कूल के कमरे, वजह जानकर हो जाएंगे हैरान

धमतरी: स्कूल (school) के कक्ष इतने जर्जर हो चुके हैं कि कभी भी यह भरभरा कर गिर सकता है। अनहोनी न घट जाए यह सोचकर शाला प्रबंधन समिति ने पांच सालों से स्कूल के कमरों में ताला लगा रखा है। यह हाल है कुरुद ब्लाक के शासकीय प्राथमिक शाला जोरातराई (अ) का। यहां तीन अतिरिक्त कक्ष की मांग सालों से हो रही है लेकिन यह मांग पूरी नहीं हो पाई है ऐसे में समिति के सदस्यों को कलेक्ट्रेट का बार-बार चक्कर लगाना पड़ रहा है।

ये भी पढ़ें..बोगतुई गांव हिंसाः सीबीआई ने कहा- पुलिस ने संकटकालीन कॉलों को...

21 जून को एक बार फिर शाला विकास समिति के सदस्य स्कूल (school) में तीन अतिरिक्त कक्ष की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। सदस्यों का कहना है कि स्कूल (school) के तीन कमरे अत्यंत ही जर्जर हो चुका हैं, जिससे विद्यार्थियों के साथ किसी तरह की अनहोनी घटना न हो इसलिए तीनों जर्जर कक्षों को पिछले पांच वर्षों से बंद रखा है। कमरा नहीं होने के कारण कक्षा संचालन करने में दिक्कतें हो रही है। पालकगण माया साहू, लिकेश्वरी साहू ने बताया कि अतिरिक्त कक्ष न हो पाने के कारण बच्चों को बैठने में परेशानी होती है। यदि यहां पर अतिरिक्त कक्ष का निर्माण हो जाता है तो बच्चों के बैठने में सहूलियत होगी। बार-बार बैठक में इसी विषय को लेकर चर्चा होती है, लेकिन अब तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। प्रशासन को इस ओर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।

शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष नंदकुमार बनपेला, उपाध्यक्ष रविन्द्र सेन, मानसिंह ठाकुर, सदस्य नीलम निर्मलकर, कुलेश्वरी साहू ने बताया कि अतिरिक्त कक्ष निर्माण की मांग को लेकर एक बार फिर से कलेक्टर के नाम फिर से ज्ञापन दिया गया है। उम्मीद है इस बार अतिरिक्त निर्माण की स्वीकृति मिल जाएगी और बच्चों को पढ़ने में आसानी होगी।

मरम्मत के लिए भेजा गया है प्रस्ताव -

जर्जर कमरों के अतिरिक्त यहां तीन पक्के कमरे हैं। जहां व्यवस्थित ढंग से स्कूली छात्रों की पढ़ाई हो रही है। जिस भवन के कमरे जर्जर हैं, वह पुरानी बिल्डिंग है। इसकी मरम्मत के लिए दो लाख का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है। बंदरों की उछल कूद से खपरैल वाले कमरे टूट रहे हैं।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)