चंडीगढ़: हरियाणा सरकार और किसानों के बीच तनातनी लगातार बढ़ती जा रही है। कुरुक्षेत्र (Kurukshetra) में सोमवार को किसानों ने अमृतसर-दिल्ली मार्ग (Amritsar-Delhi route) जाम कर दिया। पूरी रात किसान सड़कों पर डटे रहे। किसानों की रिहाई और सूरजमुखी पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) देने के मामले में न तो प्रशासन झुकने को तैयार है और न ही किसान अपना आंदोलन वापस ले रहे हैं। जिससे हजारों की संख्या में मासूमों ने पूरी रात सड़कों पर वाहनों में गुजारी।
दिल्ली से अमृतसर व अन्य जगहों पर जाने वाले यात्री बीच रास्ते में ही फंसे रहे। सोमवार देर रात कुरुक्षेत्र (Kurukshetra) जिला प्रशासन और किसान नेताओं के बीच हुई बैठक का कोई नतीजा नहीं निकला तो किसान रात में ही मुख्य सड़क पर बैठ गए और यातायात जाम कर दिया। किसान नेता राकेश टिकैत व अन्य लोग बिस्तर लगाकर सड़क पर लेट गए। किसानों ने हाईवे पर ही भोजन किया। इस दौरान कुछ किसान डांस करते भी नजर आए। किसानों के मुताबिक अगला फैसला संयुक्त किसान मोर्चा लेगा।
यह भी पढ़ेंः-Farmer protest: नेशनल हाईवे जाम होने से जीवन अस्त व्यस्त, किसान मानने को..
दो किलोमीटर के दायरे में धारा 144 लागू –
इस बीच, जिला उपायुक्त शांतनु शर्मा ने स्थिति बिगड़ती देख जिले में शांति, कानून व्यवस्था और यातायात की स्थिति बहाल करने के लिए थाना सदर थानेसर, पिपली चौक और अनाज मंडी पिपली के दो किलोमीटर के दायरे में धारा 144 लागू कर दी। इन आदेशों के अनुसार ट्रैक्टर-ट्राली, लाठी-डंडे, तलवार, गंडासी आदि किसी भी प्रकार के घातक हथियार ले जाने, पेट्रोल-डीजल को बोतलों में भरकर बेचने पर प्रतिबंध रहेगा। अगर कोई इन आदेशों की अवहेलना करता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। मंगलवार को भी प्रशासन और किसान नेताओं के बीच बैठक होगी। इस बैठक के बाद समस्या का समाधान होने की उम्मीद है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)