गुरुग्रामः पुलिस ने विदेशी नागरिकों को तकनीकी सहायता देने के नाम पर ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। मौके से कॉल सेंटर के मालिक/संचालक, 3 महिलाओं सहित 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
थाना साइबर पूर्व की पुलिस टीम को सूचना मिली थी कि यूनिवर्सल ट्रेड टावर सेक्टर-49 में अवैध/फर्जी कॉल सेंटर चलाए जा रहे हैं और वहां से विदेशी नागरिकों को ग्राहक सेवा मुहैया कराने के नाम पर ठगी की जा रही है। इसकी सूचना पर एसीपी साइबर क्राइम विपिन अहलावत के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित कर कॉल सेंटर पर छापा मारा। इस दौरान फर्जी व अवैध तरीके से कॉल सेंटर चलाया जा रहा था। वहां से विदेशी नागरिकों को तकनीकी सहायता देने के नाम पर ठगी की जाती थी। मौके से कॉल सेंटर के मालिक/संचालक आदित्य और 3 महिलाओं सहित कुल 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
आरोपियों की पहचान आदित्य (ऑपरेटर), अंकित चड्ढा, आकाश सेन, सूरज मिश्रा, आयुष सक्सेना, हेमंत शर्मा, संजीव शुक्ला, अजय कुमार, आशुतोष शर्मा, पंकज कुमार, तुषार कुमार और आरोपी महिला राजदीपा दास गुप्ता उर्फ जेनी, देविका के रूप में हुई है। पुरंडे और मनीषा के रूप में हुए हैं। पुलिस टीम द्वारा आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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आरोपी से पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी आदित्य सिंह कॉल सेंटर का मालिक/संचालक है। वह अपने 13 कर्मचारियों के साथ इस फर्जी कॉल सेंटर को चला रहा था। ग्राहक सेवा के लिए सभी को वेतन/कमीशन पर रखा जाता है। आरोपी आदित्य सिंह ने बताया कि वह और उसके सभी सह आरोपी असली पीबीएक्स डीलर के जरिए टोल फ्री नंबर पर आने वाली कॉल सुनते थे। विदेशी नागरिकों जैसे अमेज़न, पेपाल, ईबे, ज़ेले, कैश ऐप आदि से ऑर्डर लेने के बाद तरह-तरह से उन्हें ऑर्डर कैंसिल करने के लिए कह कर उनके लिए मुश्किलें पैदा करते थे। बाद में इसी समस्या का समाधान करने के नाम पर ठगी करता था। ठगी के बाद टोल फ्री नंबर भी बदल लेते थे।
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