मुंबई: रिकॉर्ड समय में 5G नेटवर्क सफलतापूर्वक स्थापित करने के बाद भारत अब 6G तकनीक की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह बयान शुक्रवार को विशेषज्ञों ने दिया। संचार मंत्रालय के उप महानिदेशक सुमनेश जोशी ने कहा कि आज हर किसी के पास बैंक खाता है, जो वित्तीय ऋण या सूक्ष्म ऋण, सूक्ष्म बीमा, म्यूचुअल फंड और यहां तक कि शेयर से संबंधित उत्पादों जैसी नवीन सेवाओं के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र बनाता है।
भारत ने स्थापित किया सबसे तेज 5G नेटवर्क
एसोचैम द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जोशी ने कहा कि हमें अपने द्वारा बनाए गए पारिस्थितिकी तंत्र का लाभ उठाना होगा। आज हम महज 5 रुपये, 10 रुपये, 15 रुपये में भी लेन-देन करने में सक्षम हैं। अब हम बिना स्मार्टफोन, बिना क्यूआर कोड के भुगतान करने के बारे में सोच सकते हैं। आधार आधारित भुगतान अगला तार्किक कदम है और आज सभी प्रणालियों को जोड़ना समय की मांग है। अपने संबोधन में उन्होंने आगे कहा कि भारत ने दुनिया का सबसे तेज 5G नेटवर्क स्थापित किया है और 6G में भी आगे बढ़ने की तैयारी कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय नंबर दिखाने वाली अंतरराष्ट्रीय कॉल को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं।
विकसित राष्ट्र बनाने के लिए वित्तीय संस्थानों की जरूरत
जोशी ने आगे कहा कि फर्जी कॉल से निपटने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। रियल-टाइम डेटा साझा करने के लिए इकोसिस्टम भागीदारों के बीच सहयोग की आवश्यकता है, चाहे वह फिनटेक उद्योग हो, संचार हो या भारत सरकार, पुलिस, राज्य सरकार हो। ताकि, अगर कुछ भी हो रहा हो तो हम तुरंत कार्रवाई कर सकें। भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर आर गांधी ने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए हमें बड़ी संख्या में वित्तीय संस्थानों की आवश्यकता है।
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उन्होंने आगे कहा कि हमें अधिक बैंकों और वित्त कंपनियों को लाइसेंस देना चाहिए। हमें चुनिंदा बैंकों और वित्तीय संस्थानों को बड़ा बनने के लिए सचेत रूप से प्रोत्साहित करना चाहिए। हमें अधिक विभेदित और विशिष्ट बैंकों और विशेषज्ञ बैंकों, डिजिटल-वर्ल्डवाइड बैंकों, निवेश बैंकों और गोल्ड बैंकों की आवश्यकता है।
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