हिसार: शहरी निकाय मंत्री डा. कमल गुप्ता ने कहा है कि वास्तव में साक्षर और शिक्षित दोनों अलग-अलग शब्द है। एक साक्षर व्यक्ति शिक्षित नहीं हो सकता है। शिक्षा केवल डिग्री प्राप्त करने और परीक्षा में गुजरने के बारे नहीं है। शिक्षा लोगों को ज्ञान प्रदान करती है। यह शब्द बहुत ही व्यापक और बहुउदेश्य है।
डा. कमल गुप्ता शनिवार को शहर के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मेें शिक्षा विभाग हिसार ब्लॉक द्वारा आयोजित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परीक्षा पर चर्चा व चित्र कला प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तृतीय आए छात्रों को प्रमाण-पत्र व स्मृति चिन्ह देते हुए कही। उन्होंने कहा कि संस्कृति, प्रकृति और विकृति ऐसे शब्द है, जो हमारे जीवन की सत्यता को प्रकट करते है। जब हम अपनी मेहनत से कमाई वस्तु जिस पर हमारा पूरा अधिकार है।
यह भी पढ़ें-पंचायतों में प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण को लेकर करें काम बीडीओ…
अपने हक का हिस्सा दुसरे जरूरतमंद को देते है तो यह संस्कृति है। जिस वस्तु पर हमारा हक ही नहीं है, वह दुसरे से छीन कर अपने उपयोग में लेते है तो विकृति है। जब हम किसी वस्तु का उपयोग करते है जोकि हमारी है, यह प्रकृति है। उन्होंने कहा कि जिन छात्रों ने प्रतियोगिता में अपनी भागीदारी की है। जिन्होंने प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त कर प्रतियोगिता जीती है।
जिला शिक्षा अधिकारी कुलदीप सिहाग एवं बीएलओ धर्मपाल ने मुख्यातिथि डॉ. कमल गुप्ता का पुष्प देकर स्वागत किया। मंच संचालन प्रमोद मोर, शर्मिला सिवाच व धर्मपाल ने किया। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश सचिव सरोज सिहाग, लोकसभा निगरानी समिति के संयोजक मनदीप मलिक, मीडिया प्रभारी सुरेश गोयल धूपवाला, कार्यक्रम संयोजक रामचन्द्र गुप्ता, राजेश सूरा, सुरेन्द्र सिंह सैनी, प्रोमिला पूनिया, डॉ. फूल कुमारी, जिला पूर्वांचल प्रकोष्ठ के अध्यक्ष केपी गुप्ता व पार्षद कैप्टन नरेंद्र शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)