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नारकोटिक्स ब्यूरो ने पकड़ी 10 किलो अफीम, ग्रामीणों ने कार्यवाही को बताया फर्जी

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मंदसौरः मल्हारगढ़ के समीप ग्राम मुंडली में केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो, इंदौर ने दबिश दी। यहां एक घर की तलाशी ली गई, जहां कुछ नहीं मिला। इधर वहीं ढाबे के पीछे तलाशी लेने पर दस किलो अफीम मिली। इस मामले में तीन को हिरासत में लिया गया। इधर इस कार्रवाई में विभाग द्वारा फर्जी कार्रवाई का आरोप लगाते हुए ग्रामीण मल्हारगढ़ थाने पहुंचे।

जानकारी के अनुसार शनिवार को ग्रामीणों ने मल्हारगढ़ थाने का घेराव किया। यहां कांग्रेस नेता श्यामलाल जोकचंद और ग्रामीणों की एनसीबी अधिकारियों से बहस भी हुई, हालांकि कभी जांच तो कभी कार्रवाई की बात अधिकारी कहते हुए नजर आए। इसके बाद एएसपी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से बात की। उन्होंने बताया कि इस मामले में तीन को राउंडअप किया गया है। इधर नारकोटिक्स विभाग के नाम ग्रामीणों द्वारा दिए गए ज्ञापन में विभाग पर फर्जी कार्रवाई की बजाय रंजिश के चलते अफीम रखकर सूचना देने और फंसाने की बात कहीं गई।

मल्हारगढ़ थाना क्षेत्र में एनसीबी ने ग्राम मुंडली कार्रवाई की। शनिवार सुबह कार्रवाई करते हुए करीब दस अफीम जब्त करने की बात सामने आई है, जबकि ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने जब जांच की तो यहां कुछ नहीं पाया। जबकि एनसीबी को यहां अफीम मिला। इसके बाद श्यामलाल जोकचंद सहित कई ग्रामीण थाने पहुंचे। यहां पहले थाना प्रभारी से इस संबंध में बात की गई। लेकिन मल्हारगढ़ पुलिस ने गेंद एनसीबी अधिकारियों के पाले में डाल दी। यहां मौके पर ही खड़े एनसीबी अधिकारियों ने ग्रामीणों ने तगड़ी बहस की। जहां कुछ समय पहले केस दर्ज करने की बात अधिकारी कह रहे थे तो बहस के दौरान जांच की बात कहते हुए अधिकारी नजर आए।

एक ज्ञापन भी एनसीबी ब्यूरो के नाम ग्रामीणों ने दिए। जिसमें कहा कि सुबह पांच बजे गांव के बलवंतसिंह पिता मानसिंह गुर्जर के यहां विभाग के अधिकारियों ने तलाशी ली। यहां कुछ नहीं मिला। इसके बाद वहां स्थित ढाबे के पिछे से 10 किलो अफीम जब्त की गई। इस मामले में बलवंतसिंह, राहुल पिता भंवरलाल और बबलु पिता भंवरलाल निवासी मुंडली को हिरासत में लिया गया। ज्ञापन में कहा गया कि ढाबे के पिछे कोई भी व्यकिक्त खुली भूमि में कुछ सामान द्वेषता पूर्वक रख सकता है। इसी आधार पर तीनों पर केस दर्ज करना न्यायंगत नहीं है। बलवंतसिंह की माता पूर्व सरपंच रही है। मामले में निष्पक्ष जांच कर हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा करने की मांग की गई।

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