देहरादूनः उत्तराखंड के रैणी व तपोवन क्षेत्र में रविवार को हुई त्रासदी के बाद से लापता लोगों की तलाश के लिए रेस्क्यू आपरेशन अभी भी जारी है। गुरुवार को एनटीपीसी की तपोवन जल विद्युत परियोजना की सुरंग के भीतर फंसे लोगों को बचाने के लिए बचावकर्मियों ने अंदर की ओर ड्रिलिंग करना शुरू कर दिया है, जिसे बचाव अभियान की एक नई रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।
उत्तराखंड पुलिस के प्रवक्ता डीआईजी नीलेश आनंद भरणे के मुताबिक हम फंसे हुए लोगों तक पहुंचने के अपने प्रयासों में टनल में खुदाई और ड्रिलिंग दोनों काम कर रहे हैं। जब से सुरंग के भीतर खुदाई और ड्रिलिंग का काम शुरू हुआ है, तब से बचावकर्मी सुरंग के अंदर तक जाने के लिए कई तरह के प्रयास कर रहे हैं, जोकि रविवार सुबह आए जलप्रलय के बाद ब्लॉक हो चुका है। सुरंग के अंदर का हाल जानने के लिए बचाव दल ने रिमोट सेंसिंग तकनीक की भी मदद ली है।
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डीआईजी एसडीआरएफ रिधिम अग्रवाल के मुताबिक रेस्क्यू ऑपरेशन में आपदाग्रस्त सुरंग के भौगोलिक मानचित्रण का भी उपयोग किया गया है। बचाव राहत कार्य उस वक्त धीमा पड़ गया, जब उत्तराखंड के चमोली जिले में आपदा प्रभावित तपोवन पनबिजली परियोजना की एक सुरंग के भीतर से भारी गाद निकलने लगी थी। डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक फंसे हुए लोगों की जान बचाने के लिए सभी संभावनाएं टटोली जाएंगी। हालांकि अंदर फंसे हुए लोगों के बारे में कोई भी जानकारी नहीं मिल पाई है।