नवादाः नामचीन संस्कृतिकर्मी , होमियों पैथ के लोकप्रिय चिकित्सक और नवादा जिले के गोविंदपुर विधान सभा क्षेत्र के प्रथम जनसंघ उम्मीदवार सरदार रामबिलास सिंह का बुधवार को लंबी बीमारी के बाद 65 वर्ष की की आयु में निधन हो गया । वे अपने पीछे पत्नी , तीन पुत्र , एक पुत्री , एक पुत्रवधु और एक पौत्र छोड़ गए हैं । वे जीवन भर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के विचारधारा और आदर्श पर टिके रहे । 15 वर्षो से लकवा जैसी बीमारी से जूझते रहे फिर भी मौत को करीब नहीं आने दिया । 80-90 के दशक में ज्योति क्लब की स्थापना और उसके माध्यम से कई हैरतअंगेज सांस्कृतिक जलसे आज भी लोगों को याद है ।
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इंदिरा चौक के नामकरण और इंदिराजी की मूर्ति स्थापना में सरदार रामबिलास सिंह के योगदान को भूला नहीं जा सकता । ज्योति क्लब से जुड़े लोगों ने सरदार जी के असामयिक निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया है । श्रद्धांजलि प्रकट करने वालों में शशिभूषण सिंह , बाँके लाल , शम्भु सिन्हा , दयाचंद गुप्ता आदि शामिल हैं। डॉ रामविलास के निधन पर नवादा के आरएसएस कार्यालय में शोक सभा का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई उन्हें समर्पित राष्ट्रभक्त बताया गया।
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