धमतरी : रथ यात्रा के पूर्व 16 जून को मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को औषधीय जड़ी-बूटियों से युक्त विशेष रूप से तैयार काढ़ा वितरित किया गया। सुबह 7:30 से 10:30 बजे के बीच काढ़ा बांटा गया। 18 जून तक काढ़ा बांटा जाएगा।
जगदीश मंदिर से पहले रथ यात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ को औषधीय काढ़ा चढ़ाने और भक्तों को बांटने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है। इस परंपरा का पालन करते हुए शनिवार की सुबह भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा को मंत्रोच्चार के साथ काढ़ा चढ़ाया गया। इसके बाद काढ़ा श्रद्धालुओं में बांटा गया।
ये भी पढ़ें..नशा के खिलाफ अभियान को जन-जन तक पहुंचाएगी सरकार, CM ने दिए ये निर्देश
ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. हीरा महावर ने कहा कि रथ यात्रा पर काढ़ा बांटने की परंपरा 100 साल से चली आ रही है। लौंग, इलायची, दालचीनी, मुलेठी, पीपल समेत 16 तरह की जड़ी-बूटियों से काढ़ा तैयार किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि रथयात्रा के दौरान औषधि युक्त काढ़ा पीने से साल भर छोटे-छोटे रोग नहीं गुजरते हैं। इसी मान्यता के चलते लोग रथ यात्रा पर प्रसाद के रूप में काढ़ा पीने मंदिर जरूर पहुंचते हैं। धमतरी शहर में रथ यात्रा निकालने का इतिहास काफी पुराना है। रथ यात्रा को देखने के लिए शहर के अलावा आसपास के गांवों से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। 20 जून को दोपहर 1.30 बजे रथ यात्रा निकाली जाएगी।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)