रायपुरः छत्तीसगढ़ के Deputy CM अरुण साव ने आज गुरुवार को रायपुर निवास में कहा कि, रायपुर में अवैध रूप से रह रहे लोगों के कारण कानून व्यवस्था बिगड़ने की स्थिति बन रही है। प्रदेश में अन्य प्रकार की समस्याएं इनके कारण उत्पन्न होती हैं। यह आम लोगों के लिए खतरा है। ये लोग कानून व्यवस्था के लिए खतरा हैं। इन अवैध लोगों की कोई पहचान नहीं है, वे कहां के हैं, कौन हैं। प्रशासन ने इन सभी बातों को गंभीरता से लिया है। और जो भी अवैध रूप से रह रहे हैं, उनके खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई होनी चाहिए।
कांग्रेस के पास केवल एक ही मुद्दाः Deputy CM
हिन्दू-मुस्लिम के सवाल पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि, यह कांग्रेस का रटा-रटाया आरोप है। बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं के खिलाफ लंबे समय से कार्रवाई चल रही है। हर चीज को चुनाव से जोड़ना कांग्रेस की आदत बन गई है। जबकि यह कानून व्यवस्था, प्रदेश और आम लोगों की सुरक्षा का मामला है। प्रशासन बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। अगर वे अवैध रूप से यहां रह रहे हैं, तो निश्चित रूप से कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
Deputy CM ने दिया आप के आरोपों का जवाब
झूठे वादों के सवाल पर पलटवार करते हुए साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ की 3 करोड़ जनता ने राहुल गांधी के झूठ और वादों का बार-बार सबूत दिया है। उन्होंने 2018 के छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में झूठा वादा किया था, इसे पूरे देश ने देखा है। हकीकत यह है कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विश्वसनीयता भारत ही नहीं बल्कि दुनिया में है। वहीं कांग्रेस अपने अंत की ओर बढ़ रही है। आप नेता अरविंद केजरीवाल के यमुना के पानी में जहर मिलाने के आरोप पर उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री ने खुद यमुना का पानी पिया, इससे बड़ा सबूत नहीं हो सकता कि वह झूठ बोल रहे हैं।
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कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के लोग एकजुट होकर कभी-कभी एक-दूसरे के खिलाफ बोलते हैं। उनकी विश्वसनीयता खत्म हो गई है। यह भी साबित हो गया है कि वे झूठे हैं। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि रायपुर प्रदेश की राजधानी है और यहां कांग्रेस का कैसा उम्मीदवार होना चाहिए। जनता को पता होना चाहिए कि वह कौन है, उसने अब तक क्या किया है और भविष्य में क्या करेगा। एक राजनीतिक कार्यकर्ता मैदान में उतरा। कौन महिला विरोधी है, यह कई बार साबित हो चुका है। जिनके कार्यालय में राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरक्षित नहीं हैं, उन्हें हमें महिलाओं का अपमान करने का पाठ नहीं पढ़ाना चाहिए। कांग्रेस वास्तव में महिला विरोधी है।
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