श्रीनगर: भाजपा नेता दीप्ति रावत भारद्वाज (Dipti Rawat Bhardwaj) ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले को लेकर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को महिला होने के नाम पर धब्बा बताया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से उन्होंने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को बॉयफ्रेंड-गर्लफ्रेंड बताकर इस आंदोलन पर सवाल उठाए हैं, उससे उनकी घटिया मानसिकता का पता चलता है।
सीएम ममता से की इस्तीफे की मांग
दीप्ति रावत ने मुख्यमंत्री ममता से अपने पद से इस्तीफा देने की मांग की। उन्होंने कहा, “वह आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले में शामिल अपराधियों को बचाने की कोशिश कर रही हैं। इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री ने इस घटना से जुड़े सबूतों को भी नष्ट करने की कोशिश की है। वह इस मामले में कहीं भी सहयोग नहीं कर रही हैं। मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।”
उधर सीएम ममता बनर्जी लगातार दावा कर रही हैं कि इस मामले में शामिल आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं, भाजपा का आरोप है कि ममता आरोपियों को बचाकर आंदोलन को दबाना चाहती हैं। हाल ही में पीड़िता के पिता ने भी आशंका जताई थी कि अगर यह आंदोलन खत्म हो गया तो उनकी बेटी को न्याय नहीं मिलेगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री लगातार प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को दबाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि कार्रवाई आगे न बढ़ सके।
ये भी पढ़ेंः- Jammu Kashmir Elections 2024: कांग्रेस ने जारी की 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट
ममता पीएम मोदी से की थी ये अपील
इससे पहले मुख्यमंत्री ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर महिला सुरक्षा को लेकर कानून बनाने और उसे लागू करने की मांग की थी। इस पर भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने उन पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके लिए बेहतर होगा कि वे पत्र, विरोध और धरना छोड़कर इस मामले में शामिल आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें और महिलाओं को सुरक्षित माहौल मुहैया कराएं।
कोलकाता में दुष्कर्म के बाद हुई थी महिला डॉक्टर की हत्या
गौरतलब है कि हाल ही में बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले में एक प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद देश में एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठे थे। तमाम डॉक्टर सड़कों पर उतर आए थे और महिलाओं को सुरक्षित माहौल मुहैया कराने की दिशा में सख्त कदम उठाने की मांग की थी। वहीं, इस वीभत्स घटना में शामिल आरोपियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की मांग की गई थी।